कुमाऊं। उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार हो रही बारिश के कारण वहां का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेज हो रही बारिश के साथ ही भूस्खलन की घटनाएं भी बढ़ गयीं हैं। प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। बारिश और भूस्खलन के कारण अभी तक 40 लोगों की जान चली गयी है।
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नैनीताल (Nainital) जिले में ही 25 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 14 उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर शामिल हैं। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए। वहीं, झुतिया गांव में ही एक मकान मलबे में दबने से दंपति की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा अभी लापता है।
दोषापानी में 5 मजदूरों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गई। वहीं, तेज बारिश और भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। मंगलवार देर रात प्रदेश में आई आपदा के चलते एसडीआरएफ की टीमें रातभर बचाव और राहत अभियान में जुटी रहीं।
एसडीआरएफ ने इस दौरान छह सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। प्रदेश भर एसडीआरएफ की 29 स्थानों पर पोस्ट हैं। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की चेतावनी के बाद, सभी टीमों को पहले ही हाई अलर्ट पर रखा गया था।