नई दिल्ली। देश के 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया मंगलवार को खत्म हो गई है। इन 57 सीटों में यूपी की 11 सीट शामिल हैं। जिस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से 8 और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की तरफ से तीन प्रत्याशियों ने अपना पर्चा दाखिल किया है।
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ऐसे में अब यूपी में सभी 11 उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है। अगर 12वें प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया होता तो वोटिंग की नौबत आती। अब एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 3 जून को असल तस्वीर साफ हो जाएगी।
बीजेपी (BJP) की तरफ मंगलवार को एक साथ सभी आठ प्रत्याशियों ने अपना पर्चा भरा है। जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, गोरखपुर शहर से पूर्व विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, राज्यमसभा सदस्यप सुरेन्द्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव, डॉ के लक्ष्मण और मिथलेश कुमार शामिल रहे। भारतीय जनता पार्टी ने इसमें भी जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा है। पुराने कई दिग्गजों का टिकट काटकर नए नेताओं को मौका दिया है। नामांकन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के साथ तमाम मंत्री और सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे।
सपा ने संख्या बल के हिसाब से उतारे तीन प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) ने तीन प्रत्याशी उतारे हैं। जिसमें से कांग्रेस के पूर्व नेता और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जाने माने वकील कपिल सिब्बल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। हालांकि उन्हें सपा का समर्थन प्राप्त है, इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Rashtriya Lok Dal President Jayant Choudhary) को अखिलेश उच्च सदन भेज रहे हैं। तीसरा नाम जावेद अली खान का है। अखिलेश यादव ने कहा था वह चौथा उम्मीदवार नहीं उतारेंगे, क्योंकि उनके पास तीन ही प्रत्याशी जिताने का मत है।