नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को राज्यसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। देश के 15 राज्यों में राज्यसभा की 57 खाली सीटों पर 10 जून को चुनाव होंगे। राज्यसभा चुनाव की दृष्टि से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) बेहद अहम है, क्योंकि यूपी की 11 सीटें खाली हो रही हैं, जिन पर भी राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) होना है।
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इन सीटों में आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की 4 सीटें, तेलंगाना (Telangana) की 2 सीटों, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की 2 सीटों, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की 3 सीटों, तमिलनाडु (Tamil Nadu) की 6 सीटों, कर्नाटक (Karnataka) की 4, ओडिशा (Odisha) की 3, महाराष्ट्र (Maharashtra) की 6, पंजाब (Punjab) की 2, राजस्थान (Rajasthan) की 4, उत्तराखंड (Uttarakhand) की 1, बिहार (Bihar) की 5, झारखंड (Jharkhand) की 2, हरियाणा (Haryana) की 2 सीटों पर मतदान होगा। चुनावों के नोटिफिकेशन 24 मई को जारी होगा। वहीं 31 मई को नामांकन की आखिरी तारीख होगी।
नॉमिनेशन की स्क्रूटनी की तारीख 1 जून तय की गई है। वहीं नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 3 जून है। सभी 57 सीटों पर 10 जून को सुबह 9 बजे से 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे। 10 जून को ही वोटों की गिनती शाम 5 बजे होगी।
राज्यसभा के लिए चुने जाने की प्रक्रिया लोकसभा से बिल्कुल अलग है। जहां लोकसभा के लिए हर पांच साल में आम चुनाव होते हैं, वहीं राज्यसभा के लिए हर दो साल में चुनाव कराया जाता है।
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लोकसभा सांसद चुनने के लिए जनता सीधे वोट डालती है। मगर राज्यसभा सांसद का चुनाव डायरेक्ट नहीं होता। जनता की ओर से चुने गए विधायक और इलेक्टोरल कॉलेज के जरिए राज्यसभा सदस्य चुने जाते हैं।
राज्यसभा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, ‘राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के प्रतिनिधियों का निर्वाचन अप्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति के जरिए किया जाता है। हर राज्य और दो केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों को वहां के विधायक और केंद्रशासित प्रदेश के इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्य मिलकर चुनते हैं। राज्यसभा चुनाव प्रपोशनल रीप्रजेंटेशन सिस्टम के हिसाब से होता है जिसमें सिंगल वोट ट्रांसफरेबल होता है।