भोपाल। मध्यप्रदेश प्रभारी के रणदीप सिंह सुरजेवाला (Madhya Pradesh in-charge Randeep Singh Surjewala) ने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय(PCC) में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) से पांच सवाल पूछे है। उन्होंने बिजली बिल का मुद्दा उठाते हुए कहा कि शिवराज यानी धोखाराज। सुरजेवाला ने 5 पॉइंट्स में सरकार पर धोखेबाजी के आरोप लगाए।
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LIVE: Press briefing by Shri @rssurjewala in Bhopal, Madhya Pradesh. https://t.co/dTNorUdQGv
— Congress (@INCIndia) October 26, 2023
उन्होंने कहा कि अगस्त में शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने नौगांव में घोषणा करते हुए कहा था कि जिनके 1 किलोवॉट तक के बिजली कनेक्शन हैं, उनके बिजली बिल छोड़ता हूं। समीक्षा करने के बाद बढ़े हुए बिजली बिल मैं भरूंगा। यानी शिवराज सरकार भरेगी। सुरजेवाला ने कहा कि मध्यप्रदेश के एक करोड़ लोगों से बेईमानी और धोखेबाजी की कहानी यहीं से शुरू हो गई। इसके चार पहलू हैं।
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पहला पहलू
सुरजेवाला ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) की घोषणा (1 किलोवॉट कनेक्शन पर बढ़े हुए बिजली बिल सरकार भरेगी) के बाद मध्यप्रदेश शासन के ऊर्जा विभाग ने 1 सितंबर 2023 को एक आदेश निकाला। बिल माफी की जगह इस आदेश में लिखा कि ये बिल अस्थायी तौर पर स्थगित किए जाते हैं।’
उन्होंने कहा कि यहीं से बेईमानी शुरू हो गई। 1 किलोवॉट तक के 20 लाख उपभोक्ताओं के बिलों की राशि की एक फूटी कौड़ी भी माफ नहीं हुई। यह घोषणा 5 अगस्त 2023 को शिवराज सिंह चौहान ने की थी।’
दूसरा पहलू
सुरजेवाला ने कहा कि 1 सितंबर को यह आदेश जारी होता है, इसके ठीक पहले भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश के उन 18 से 20 लाख परिवारों के साथ एक और गणित षड्यंत्र करती है। तीनों विद्युत वितरण कंपनियों ने इनमें से 90% से अधिक उपभोक्ताओं का लोड 1 किलोवॉट से अपने आप 2 किलोवॉट कर दिया।
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उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने 21 जिलों के 38 डिविजन का आकलन किया है। चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। हमारे पास 350953 उपभोक्ताओं के बिजली बिलों का डेटा है।’
तीसरा पहलू
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा का तीसरा धोखा गैरकानूनी है। नियम है कि किसी भी उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन लोड बदला जाता है तो पहले उसे जानकारी देनी होती है। उसकी मौजूदगी में आकलन होता है। एग्रीमेंट साइन होता है। इसके बाद लोड बढ़ाया जाता है, लेकिन 18 से 20 लाख कस्टमर का लोड बिना एग्रीमेंट बढ़ा दिया गया।
चौथा पहलू
बिजली विभाग 1 किलोवॉट पर 150 यूनिट का आकलन करता है, लेकिन बिना आकलन किए 2 किलोवॉट लोड कर दिया। इससे 300 यूनिट प्रति माह तक खपत पहुंच गई। यह डाका है, क्योंकि बिल डबल आने शुरू हो गए। यह भाजपा का शिवराज मॉडल और धोखा है।
शिवराज सरकार से हमारे सवाल
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1. क्या एक किलोवाट तक के 20 लाख उपभोक्ताओं में से आपने एक का भी पैसा माफ किया?
2. आपने एक किलोवाट तक के उपभोक्ताओं के बिल माफ करने से पहले उनका लोड दोगुना क्यों किया?
3. क्या प्रदेश के लाखों गरीब परिवारों को उनके कनेक्शन का लोड बढ़ाने से पहले सूचित किया गया ?
4. क्या अब इन गरीब परिवारों को गरीबी रेखा से बाहर कर दिया जाएगा?
5. क्या BJP सरकार की सारी घोषणाएं धोखे और झूठ की बुनियाद पर टिकी हैं?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘ज्यादा बिजली बिल’ आने की बात कहकर, BJP सरकार को खुद ही बेनकाब कर दिया। इसलिए कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की जनता को वचन दिया है।
• 100 यूनिट बिजली बिल माफ
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• 200 यूनिट बिजली बिल हाफ
• किसानों के लिए 5 हॉर्स पॉवर तक की मोटर का बिल माफ