कीव। रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के रिप्लेसमेंट की चर्चा शुरू हो गई है। यूक्रेन के रक्षा खुफिया के प्रमुख जनरल कायरलो बुडानोव(Chief of Defense Intelligence General Kyrlo Budanov) ने यह दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेजर जनरल बुडानोव (Major General Budanov) ने बताया कि पुतिन के यूक्रेन युद्ध (Ukraine War)के अंत तक अपने पद पर बने रहने की संभावना बची है। ऐसे में पुतिन के सत्ता से हटने के बाद की स्थिति को लेकर बातचीत का दौर शुरू हो गया है।
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मेजर जनरल कायरलो बुडानोव (General Kyrlo Budanov)ने कहा कि इसकी संभावना न के बराबर है कि व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) अपनी सत्ता बचा पाएंगे। पुतिन की जगह कौन लेगा? इसे लेकर रूस में बहस चल रही है। यूक्रेनी अधिकारी का यह दावा कई मायनों में हैरान करने वाला समझा जा रहा है। बता दें कि पुतिन ने पिछले साल उस कानून को मंजूरी दी थी, जिससे उनके लिए 6-6 साल के 2 अतिरिक्त कार्यकाल का रास्ता साफ हो गया। इससे वह 2036 तक राष्ट्रपति रह सकते हैं।
‘क्रीमिया को वापस लेने का प्रयास करेगा यूक्रेन’
यूक्रेन के रक्षा खुफिया के प्रमुख ने कहा कि युद्ध के मैदान में रूस को लगातार असफलताओं का मुंह देखना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नवंबर के अंत तक खेरसान पर फिर से कब्जा करना हमारा लक्ष्य है। इसके साथ ही यूक्रेन क्रीमिया को वापस लेने का भी प्रयास करेगा, जिस पर 2014 में रूस ने कब्जा कर लिया था।’
यूक्रेनी अधिकारी ने किया दावा, युद्ध में पिछड़ रहा है रूस
अगर युद्ध की बात करें तो रूस ने यूक्रेन पर क्रीमिया के पास काला सागर में रूसी बेडे के मुख्यालयों पर ड्रोन हमले करने का आरोप लगाया है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि 9 हवाई और 9 समुद्री ड्रोन ने हमलों को अंजाम दिया गया। सिवास्तोपोल शहर में हुए इन हमलों में एक युद्धपोत नष्ट हो गया। मालूम हो कि सिवास्तोपाल क्रीमिया का सबसे बड़ा शहर है जिसे रूस ने यूक्रेन ने 2014 में ले लिया था।
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रूस ने यूक्रेन से अनाज समझौते को किया निलंबित
वहीं, रूस ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की मध्यस्थता से हुए अनाज निर्यात समझौते को निलंबित कर दिया है। इस समझौते की वजह से यूक्रेन से 9 करोड़ टन से अधिक अनाज का निर्यात हुआ था और वैश्विक स्तर पर खाद्य कीमतों में कमी आई थी। मॉस्को ने इस कदम के लिए क्रीमिया प्रायद्वीप में रूस के काला सागर बेड़े के जहाजों पर यूक्रेन की ओर से किए गए ड्रोन हमले को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, यूक्रेन ने हमले से इनकार किया है।