Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Sarita Bhadauria jeevan parichay : मुलायम के गढ़ में सरिता भदौरिया ने खिलाया कमल, रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कर बनी पहली बार विधायक

Sarita Bhadauria jeevan parichay : मुलायम के गढ़ में सरिता भदौरिया ने खिलाया कमल, रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कर बनी पहली बार विधायक

By संतोष सिंह 
Updated Date

Sarita Bhadauria jeevan parichay

Sarita Bhadauria jeevan parichay : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा जिले (Etawah District) में निर्वाचन क्षेत्र – 200, इटावा सदर विधानसभा सीट (Constituency – 200, Etawah Sadar Assembly seat)  से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर सरिता भदौरिया (Sarita Bhadoria) रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज कर पर बार विधायक निर्वाचित हुईं। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार को 17234 मतों से हराया। इसके साथ ही सरिता भदौरिया (Sarita Bhadoria) समाजवादी गढ़ इटावा में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की प्रमुख और कददावर नेत्री के तौर पर काबिज हो चुकी हैं। सरिता भदौरिया (Sarita Bhadoria) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की महिला एवं बाल विकास संयुक्त समिति की सभापति हैं।

पढ़ें :- Pune Accident: नशे में धुत ट्रक ड्राइवर ने फुटपाथ पर सो रहे 9 लोगों को रौंदा: 2 बच्चों समेत 3 की मौत, आरोपी गिरफ्तार

व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा
सरिता भदौरिया (Sarita Bhadoria) के पति का नाम अभय वीर सिंह था। उनके दो बेटे और एक बेटी है, जिनकी शादी एक डॉक्टर आशीष चौहान से हुई है। सरिता भदौरिया (जन्म 4 जनवरी 1963) उत्तर प्रदेश की एक भारतीय राजनीतिज्ञ और उत्तर प्रदेश में ठाकुर समुदाय की एक प्रमुख नेता हैं। उन्होंने बीए कानपुर, उत्तर प्रदेश में सीएसजेएम विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल की है।

ये है पूरा सफरनामा
नाम – सरिता भदौरिया
निर्वाचन क्षेत्र – 200, इटावा सदर विधानसभा सीट
जिला – इटावा
दल – भारतीय जनता पार्टी
पिता का नाम – स्व. जयदेव सिंह चौहान
जन्‍म तिथि – 01 अप्रैल, 1963
जन्‍म स्थान – नैगवॉ (मैनपुरी)
धर्म – हिन्दू
जाति – क्षत्रिय
शिक्षा – स्नातक
विवाह तिथि – 17 जून, 1978
पति का नाम – स्व. अभयवीर सिंह (मुन्ना) भदौरिया
सन्तान – दो पुत्र, एक पुत्री
व्‍यवसाय – कृषि, व्यापार
मुख्यावास : ग्राम व पोस्ट- उदी, जनपद- इटावा

राजनीतिक कैरियर

सरिता भदौरिया (Sarita Bhadoria) ने 1999 में राजनीति में प्रवेश किया। इटावा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Etawah Lok Sabha Constituency) से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, परन्तु उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके तुरंत बाद वर्ष 2000 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। इसके फिर से इटावा सीट से 2004 का लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। शुरुआत में उन्होंने एक बुनियादी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सार्वजनिक रूप से काम करना शुरू किया, लेकिन जल्द ही जनता के बीच लोकप्रियता हासिल कर ली।

पढ़ें :- Lucknow News: इंडियन ओवरसीज बैंक लॉकर चोरी मामले में पुलिस ने किया एनकाउंटर; एक बदमाश को लगी गोली

उन्हें 2007 में भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई का सचिव बनाया गया था। 2010 में स्मृति ईरानी के अध्यक्ष रहने पर उन्हें भाजपा महिला मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (National Vice President of BJP Mahila Morcha) बनाया गया था। 2013 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश इकाई का उपाध्यक्ष बनाया गया था। वर्तमान में वह पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के यूपी अध्यक्ष का पद संभाल रही हैं। 2017 में वह भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के उम्मीदवार के रूप में इटावा (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र) (Etawah Sadar Assembly seat)से उत्तर प्रदेश की विधान सभा के सदस्य के रूप में चुनी गईं। इस चुनाव में उन्हें 91234 वोट मिले थे। उन्हें 3 दिसंबर 2019 को महिला बाल विकास संयुक्त समिति का अध्यक्ष (Chairperson of Women Child Development Joint Committee) बनाया गया, जो उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के समकक्ष रैंक रखती है।

 

 

Advertisement