नई दिल्ली। मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक (Meghalaya Governor Satya Pal Malik ) ने एक बार फिर मीडिया से मुखाबित होते हुए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) को सख्त लहजे में बड़ी चेतावनी दे डाली है। कृषि कानूनों (Agricultural Laws) की वापसी को लेकर बीते 10 माह से अधिक समय से चल रहे आंदोलन पर एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के ज्यादिती कर रही है। सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik ) ने कहा कि ये समय किसानों के फसलों की बुवाई व कटाई करने का समय है, लेकिन सरकार की हठधर्मिता की वजह से किसान सड़कों पर आंदोलन करने को विवश है।
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कृषि कानूनों को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने कई बार झगड़ा कर चुका हूं: सत्यपाल मलिक
सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik ) ने कहा कि कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को लेकर वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने कई बार झगड़ा कर चुका हूं। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो किसानआंदोलन के समर्थन में पद त्याग ने में जरा भी गुरेज नहीं करेंगे। सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik ) ने कहा कि कोई भी पार्टी जब सत्ता में होती है। तो उसका मिजाज सातवें आसमान पर होता है, लेकिन वहीं जब सत्ता से उतर जाती है तो उससे बुरा हाल किसी का नहीं होता है।
अगर सरकार एमएसपी पर गारंटी का कानून लेकर आए तो मुद्दा हल हो सकता है
सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik ) ने कहा कि एक वक्ता आता है जब सरकार को हठधर्मिता छोड़ जनता की मांगों को देखना भी पड़ता है और सुनना भी पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार एमएसपी गारंटी कानून (MSP Guarantee Act) लेकर आए तो मुद्दा हल हो सकता है। मलिक ने कहा कि किसान सिर्फ एक चीज मांग रहे हैं तो केंद्र उसे पूरा क्यों नहीं कर रहा है? किसान एमएसपी या इससे कम पर कुछ समझौता नहीं करेंगे।
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मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक किसान, जम्मू-कश्मीर में नागरिकों की हत्या, पद छोड़ने और पीएम-गृह मंत्री से झगड़ा करने की बात कहीं…. सुनिए क्या-क्या बोले- राज्यपाल
झुंझुनूं पहुंचे थे राज्यपाल… pic.twitter.com/IfYxIITy5w
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) October 18, 2021
मेरठ, मुजफ्फरनगर और बागपत जिले के किसी भी गांव में नहीं घुस सकता है बीजेपी का कोई भी नेता
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उन्होंने कहा कि सरकार कहे तो वह केंद्र सरकार के तरफ से मध्यस्थता करने को तैयार हैं। सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik ) ने बताया कि मेरठ, मुजफ्फरनगर और बागपत जिले के किसी भी गांव में बीजेपी का कोई भी नेता घुस नहीं सकता है। यह हो गया है बीजेपी का हाल। उन्होंने कहा कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को कुछ लोग गलत सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी का जब तक सत्यानाश नहीं हो जाएगा तब तक वह नहीं समझेंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की मांगों को नहीं माना गया तो बीजेपी दुबारा सत्ता वापस नहीं हो पाएगी।
सत्यपाल मलिक इससे पहले भी कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को लेकर खुलकर अपनी राय जाहिर कर चुके हैं। मलिक ने करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज और लखीमपुर खीरी कांड (lakhimpur kheri) के दौरान को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उधर, किसान कृषि कानूनों को रद्द कराने की अपनी मांग और लखीमपुर खीरी कांड में गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे को लेकर आज छह घंटे का रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं।
पंजाब, हरियाणा और यूपी में जगह-जगह रेल ट्रैक पर इकट्ठा होने की किसानों ने रणनीति बनाई है। वहीं यूपी, हरियाणा समेत कई राज्यों की सरकारों ने रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की है। वहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।