नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने बुधवार को एक्स पोस्ट पर लिखा कि मोदी सरकार (Modi Government) अपने कार्यकाल का आखिरी बजट 15 दिन में पेश करेगी। जिससे पहले मैं देश की जनता का ध्यान कुछ तथ्यों पर आकृष्ट करना चाहता हूं। मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि देश के परिवारों की बचत 50 साल में सबसे न्यूनतम स्तर पर है। ये GDP के अनुपात में 5.1 फीसदी पर आ गिरी है। जबकि सरकार का कुल क़र्ज़ (राजकोषीय घाटा — केन्द्र सरकार : 5.9 फीसदी, राज्य : 3.1 फीसदी) क़रीब 9 फीसदी तक रहने का आंकलन है। इस हिसाब से पता चलता है कि देश के परिवार जितना बचा रहे हैं, उससे अधिक तो अकेले सरकार को क़र्ज़ लेना होगा। यही सबसे खतरनाक पक्ष है।
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15 दिन में मोदी सरकार अपने कार्यकाल का आख़री बजट पेश करेगी।
कुछ तथ्य —
देश के परिवारों की बचत 50 साल में सबसे न्यूनतम स्तर पर है। ये GDP के अनुपात में 5.1% पर आ गिरी है।
जबकि सरकार का कुल क़र्ज़ (राजकोषीय घाटा — केन्द्र सरकार : 5.9%, राज्य : 3.1%) क़रीब 9% तक रहने का आकलन…
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— Mallikarjun Kharge (@kharge) January 17, 2024
मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि IMF के मुताबिक़ Debt to GDP Ratio 60 फीसदी होना चाहिये, पर वह अभी 81 फीसदी पर है, और IMF ने इस पर चेतावनी भी दी है, जिसे मोदी सरकार (Modi Government) ने आदतन तरीक़े से नकारा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार क़र्ज़ के चक्रव्यूह में लगातार फंसती जा रही है। कहीं ये न हो कि विश्व की कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की तरह हमारी अर्थव्यवस्था और देश का भविष्य दोनों कुचक्र में उलझकर बड़ी मुसीबत में पड़ जाएं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार (Modi Government) ज़्यादा ख़र्च करने का ढिंढोरा पीटती है, लेकिन असलियत यह है कि 15 मंत्रालयों ने अब तक पिछले बजट का केवल 17.8 फीसदी ही ख़र्च किया है। इसमें MSME, पेट्रोलियम, सिविल एवियेशन, फ़ूड प्रोसेसिंग, कॉरपोरेशन, अल्पसंख्यक, पूर्वोत्तर मंत्रालय शामिल हैं। विज्ञापनी तमाशों के शोरगुल से सच छिप नहीं सकता।