Shakun Shastra : जीवन शैली में मेहमानों का सत्कार करने में चमचमाते बर्तन परिवार की समृद्धि का संकेत देते है। का बहुत है। बहुमूल्य धातुओं के बर्तन में भोजन परोसने की बात हमारी परंपरा की पहचान है। सदियों पहले से लोग चांदी के विभिन्न बर्तनों का उपयोग खाने पीने के लिए करते थे। चांदी के बारे में ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि चांदी के बर्तन में खाने से हमारा दिमाग तेज होता है । चांदी के बर्तन से पानी पीने से हमारा मन शांत एवं शीतल होता है। चांदी चंद्रमा की धातु है।वास्त्रु शास्त्र में चांदी की हाथी को बहुत ही पवित्र और मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला माना जाता है।
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चांदी से मन एवं शरीर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। चांदी हमारे मन का कारक है एवं हमारे मन को स्थिर रखने में काफी मदद करता है। चांदी के बर्तनों के प्रयोग से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। चांदी के ग्लास में पानी पीने से सर्दी-खांसी ठीक होती है।
चांदी की कटोरी और चम्मच से बच्चों को शहद खिलाना चाहिए। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि हमेशा शुद्ध चांदी का ही प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को भावनात्मक परेशानियां होती है, उन्हें चांदी के बर्तनों के प्रयोग से बचना चाहिए।