मुंबई। महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव तय हैं। यह भविष्यवाणी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने रविवार को की है। उन्होंने दावा किया कि एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है। शरद पवार (Sharad Pawar) ने यह बयान एनसीपी (NCP) विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए दिया है।
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मंत्री पद के बंटवारे के साथ ही विधायकों में होगी टूट
शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। एक बार मंत्री विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी।
कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में लौटेंगे
पवार ने यह भी कहा कि इस प्रयोग की विफलता के कारण कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमारे हाथ में केवल छह महीने हैं, तो राकांपा विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में अधिक समय बिताना चाहिए।
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शिंदे ने सीएम तो फडणवीस ने डिप्टी सीएम के रूप में ली थी शपथ
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस (Shiv Sena-NCP-Congress) सरकार के पतन के बाद एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली थी। शिंदे के नेतृत्व में लगभग 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिर गई।
शिंदे सरकार का फ्लोर टेस्ट आज
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग एक महीने से चल रहे सियासी घमासान का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश की राजनीति में मैराथन बैठकें हुईं। सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। उधर उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने भी महत्वपूर्ण बैठक की है। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक धड़ा अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटा है।