Shardiya Navratri 2023 : सनातन धर्म में मां दुर्गा को समर्पित शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रि व्रत का आज तीसरा दिन है। पृथ्वी लोक पर शक्ति के उपासक नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा की विभिन्न प्रकार से पूजन करते है। नवरात्रि व्रत का आरंभ घट स्थापना कर किया जाता है। नवरात्रि के अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन (Kanya Pujan) भी किया जाता है। नवरात्रि के व्रतों में कन्या पूजन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। आइए जानते हैं महाअष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन (Kanya Pujan 2022) का शुभ मुहूर्त क्या है।
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मान्यता है कि 3 साल,4 साल की कन्या की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। साल की कन्या को रोहिणी कहा जाता है, इनकी पूजा करने से सभी रोग-दोषों से छुटकारा मिलता है। साल की कन्या को कालिका का रूप माना जाता है। अनुष्ठान के दौरान कन्याओं के पैरों को पानी और दूध से साफ किया जाता है, और उनके माथे पर घी, कुमकुम और अक्षत का टीका लगाया जाता है। उनकी कलाई के चारों ओर एक लाल रंग का धागा (मोली) रखा जाता है, और उन्हें खिलाया जाता है। इसके बाद लोग उनका आशीर्वाद लेते हैं और उन्हें उपहार भेंट करते हैं।