Shraddha Murder Case : दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने महरौली थाना इलाके में करीब छह महीने पहले हुई एक हत्या मामले को सुलझाने (Murder Mystery) का दावा किया है। उसने इस मामले में आफताब नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर श्रद्धा नाम की एक युवती की हत्या का आरोप है। दोनों लिव इन (Live in Relationship) में रहते थे। पुलिस का कहना है कि आफताब ने श्रद्धा के शव के करीब 35 टुकड़े किए थे। उसने इन टुकड़ों को फ्रिज में रखा और 18 दिन तक तड़के उठकर वह उनको ठिकाने लगाते रहा।
पढ़ें :- महंगाई, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार और भाजपा की नफ़रती राजनीति से मुक्ति के लिए PDA के पक्ष में करें सौ प्रतिशत मतदान : अखिलेश
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बताया कि इस शख्स शादी का झांसा देकर कॉल सेंटर (Call Center) में काम करने वाली महिला सहकर्मी को मुम्बई से दिल्ली लेकर आ गया। जब युवती ने शादी का दबाव बनाया तो युवक ने हत्या कर शव के कई टुकड़े कर दिए। फिर उन्हें दिल्ली के अलग-अलग ठिकानों में फेंक दिया। घटना के करीब पांच महीने बाद वारदात का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि 59 वर्षीय विकास मदान वाकर (Father Vikas Madan Walker) ने आठ नम्वबर को अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर (FIR) दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि वह परिवार सहित महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं। पीड़ित की 26 वर्षीय बेटी श्रद्धा वाकर (Shraddha Walker) मुम्बई के मलाड इलाके में स्थित बहुराष्ट्रीय कम्पनी के कॉल सेंटर (Call Center) में नौकरी करती थी। यहीं पर श्रद्धा की मुलाकात आफताब अमीन से हुई। जल्द ही दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और वे लिव-इन रिलेशन (Live in Relation) में रहने लगे। जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया।
फेसबुक की फोटो से मिली युवती की लोकेशन
श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर (Father Vikas Madan Walker) ने बताया कि विरोध करने पर बेटी और आफताब ने अचानक मुम्बई को छोड़ दिया था। बाद में मालूम हुआ कि वे महरौली के छतरपुर इलाके में रहते हैं। उन्होंने बताया कि किसी न किसी माध्यम से बेटी की जानकारी मिलती रहती थी। उन्हें फेसबुक पर अपलोड की गई फोटो से यह भी पता लगा कि श्रद्धा हिमाचल प्रदेश घूमने भी गई है, लेकिन उसके बाद से कोई सूचना नहीं मिली। फिर फोन नंबर पर भी सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी नहीं मिला। फिर अनहोनी की आशंका होने पर वह आठ नवंबर को सीधे छतरपुर स्थित फ्लैट में गए जहां बेटी किराये पर रहती थी। वहां पर ताला बंद होने के बाद विकास ने महरौली थाने में पहुंचकर पुलिस को अपहरण की सूचना दी और एफआईआर दर्ज कराई।
पढ़ें :- एनसीपी शरद पवार गुट के नेता एकनाथ खडसे ने संन्यास का किया ऐलान, बेटी को चुनाव जितवाने की जनता से की अपील
विवाह को लेकर अक्सर दोनों में होता था विवाद
पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस (Police Technical Surveillance) से आफताब को शनिवार को ढूंढ निकाला। आफताब ने बताया कि शादी करने को लेकर अक्सर श्रद्धा उस पर दबाव बनाती थी। इसी पर दोनों में विवाद होता रहता था, इसलिए 18 मई को झगड़ा हुआ तो उसने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर शव को चापड़ से कई टुकड़ों में बांटा और अलग-अलग भागों में फेंक दिए। इसके बाद पुलिस ने आफताब के बयान पर हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपी के बयान के आधार पर शव के टुकड़े ढूंढने की कोशिश कर रही है।