चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने प्रदेश के 424 मशहूर लोगो की सुरक्षा कम करने का फैसला किया था। राज्य सरकार के द्वारा किये गये इस फैसले के अगले ही दिन मशहूर सिंगर और पंजाब कांग्रेस के नेता सिद्धू मूसेवाला की अज्ञात बदमाशों के द्वारा गोली मार के हत्या कर दी गई। सरकार द्वारा किये गये इस फैसले पर पंजाब हाईकोर्ट ने जोरदार फटकार लगाई है। कोर्ट ने सरकार से सवाल किया है कि आखिर क्यों इन लोगो की सुरक्षा में कमी की गई थी।
पढ़ें :- मनमोहन सिंह के लिए अलग स्मारक की मांग पर भड़कीं प्रणब मुखर्जी की बेटी; कांग्रेस पर भेदभाव का लगाया आरोप!
बता दें कि सिद्धू मूसेवाला भी उन 424 लोगो में शामिल थे जिनकी सुरक्षा राज्य की आम आदमी पार्टी के सरकार के द्वारा कम की गई थी। पंजाब हाईकोर्ट ने इस मामले को अपने संज्ञान में लिया है। कोर्ट ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा कि आखिर ऐसी क्या जरुरत पड़ी कि इन 424 हस्तियों की सूरक्षा में कमी करनी पड़ गई। सरकार ने कोर्ट द्वारा पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि सरकार ने यह फैसला अल्प अवधि के लिए किया था।
बता दें कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के नाम पर प्रदेश के 424 प्रमुख हस्तियों की सुरक्षा हटा ली थी। जिसके अगले ही दिन पंजाब के मशहूर गायक और मंसा जिले की सीट से पंजाब कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाले सिद्धू मूसेवाला की गोली मार कर के हत्या कर दी गई। गायक की हत्या से सरकार की काफी किरकिरी हुई है। पंजाब सरकार इस समय हो रही चौतरफा आलोचनाओं से घिरी हुई है।