नई दिल्ली। केरल (Kerala) में हो रही भारी बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं। इससे अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग लापता बताए जा रहे हैं। केरल (Kerala) में आई इस प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने रविवार को केरल में जरूरतमंद लोगों के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। अमित शाह (Amit Shah) ने ट्विटर पर कहा कि केंद्र स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। मिली जानकारी के अनुसार केरल बाढ़ में मरने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है।
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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने(Union Home Minister Amit Shah) ट्वीट किया कि हम भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों में स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। केंद्र सरकार (Central Government) जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव मदद करेगी। बचाव कार्यों में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को पहले ही भेजा जा चुका है। सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।
We are continuously monitoring the situation in parts of Kerala in the wake of heavy rainfall and flooding. The central govt will provide all possible support to help people in need. NDRF teams have already been sent to assist the rescue operations. Praying for everyone’s safety.
— Amit Shah (@AmitShah) October 17, 2021
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इस बीच रविवार की सुबह मध्य केरल में बारिश में मामूली कमी आई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग (Weather Department) ने आगे अनुमान लगाया कि इस अवधि के दौरान केरल में अलग-अलग वर्षा होगी।
बता दें कि केरल (Kerala) के दक्षिण और मध्य हिस्से में शनिवार को भारी बारिश हुई। इसकी वजह से कई स्थानों पर अचानक आई बाढ़ और कई स्थानों पर भूस्खलन (Landslide) से कम से कम अब तक 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब दर्जन भर से अधिक लोग लापता हैं। बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य के लिए सेना उतर चुकी है। देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं, जबकि कई विस्थापित हुए हैं। राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं और भूस्खलन (Landslide) की वजह से पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कट गए हैं।
कोट्टयम, इडुकी और पथनमथिट्टा (Pathanamthitta) जिलों के पहाड़ी इलाकों में कुछ ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो गई है जैसी स्थिति वर्ष 2018 और 2019 की विनाशकारी बाढ़ (Devastating Flood) के दौरान उत्पन्न हुई थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से दी गई नवीनतम जानकारी के मुताबिक पथनमथिट्टा, कोट्टयम, एर्णाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर जिलों के लिए रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया गया है। कोट्टयम और पथनमथिट्टा जिला (Pathanamthitta District) बारिश से सबसे अधिक प्रभावित है जहां पर शुक्रवार रात से ही बारिश हो रही है।