लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) बुधवार सुबह रथ लेकर लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) पहुंचे। मौके पर 100 से ज्यादा पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन रोकने की सारी कोशिश नाकाम हो गई। अखिलेश करीब 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुस गए।
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‘सम्पूर्ण क्रांति’ के प्रणेता ‘लोकनायक’ जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माला चढ़ाई और फिर लौटे और गेट फांदकर ही बाहर निकले। अखिलेश ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। अखिलेश के पीछे-पीछे कुछ सपा नेता भी गेट कूदकर अंदर चले गए। इस दौरान सपा नेताओं की पुलिस से भिड़ंत हो गई।
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP chief Akhilesh Yadav) को ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि जेपी की जयंती पर उन्हें माल्यार्पण की अनुमति लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने नहीं दी। एक दिन पहले ही JPNIC के गेट पर LDA ने ताला जड़ दिया। गेट फांदकर सपा कार्यकर्ता अंदर न जा पाएं, इसके लिए टिन शेड की दीवार खड़ी कर दी। टिन शेड को सपा नेताओं ने उखाड़ फेंका है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि आप 6 साल से JPNIC का निर्माण कर रहे हैं। अब तो आपका ठेकेदार भी आपकी पार्टी में चला गया है। क्या वजह है कि आप काम पूरा नहीं कर पा रहे हैं? क्या ठेकेदार BJP में नहीं चला गया? ये जनता की सख्ती के आगे सरकार की सख्ती…कभी लोकतंत्र में कामयाब नहीं हो सकती। अगर संविधान और लोकतंत्र नहीं रहेगा, तो हमारी-आपकी आजादी कहां? कम से कम सरकार को ऐसे निर्णय नहीं लेने चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों का म्यूजियम…नेताजी और हम समाजवादियों ने मिलकर इसका उद्घाटन किया था। इसे बनाने का मकसद था कि जयप्रकाश जी के जीवन और उनके संघर्ष के बारे में लोग जानें। मुझे लगता है कि देश को परिवर्तन की जरूरत है। शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर जो काम होने चाहिए वो नहीं हो रहे।
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अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये टिनशेड और गेट में ताला लगाकर आखिर सरकार क्या छिपाना चाहती थी? करोड़ों रुपए की बनी चीजों को सरकार ने बर्बाद कर दिया। क्या यही छिपाना चाहती थी? अगर समाजवादी लोग जयप्रकाश जी को माला पहनाते हैं तो दिक्कत किसे और क्यों है। ये अधिकारी बताने को तैयार नहीं।
अखिलेश ने गेट से कूदते और माल्यार्पण करते की दो तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर कीं। लिखा कि जब लोकतंत्र में लोकनायक के माल्यार्पण के लिए बाधाएं खड़ी की जाएं तो लोकतंत्र किस काम का। भाजपा, सपा का रास्ता नहीं रोक सकती।
सुबह से अलर्ट रही फोर्स
JPNIC के गेट के बाहर ही अखिलेश को रोकने के लिए फोर्स सुबह से अलर्ट रही। अखिलेश के आने से पहले ही यहां समाजवादी समर्थक जुट गए थे। समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गेट खोलने की मांग पर अड़े रहे। मगर, फोर्स उन्हें गेट से दूर रहने की चेतावनी देती रही। सरकार और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सपा के वरिष्ठ नेता भी धरने पर बैठे। इनमें प्रमुख रूप से पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, सपा के राष्ट्रीय सचिव राम गोविंद चौधरी भी रहे।
LDA ने दिया सुरक्षा कारणों और सफाई का हवाला
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लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अखिलेश के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा (Additional Secretary Gyanendra Verma) का कहना है कि पूर्व CM अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को JPNIC में सुरक्षा कारणों से कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी गई है। यहां सफाई का काम चल रहा है। इसलिए ताला लगाया गया है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले-प्रशासन पहले जांच करेगा, फिर कार्रवाई करेगा
अखिलेश यादव के रोक के बावजूद JPNIC जाने पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि जब किसी प्रतिष्ठान का निर्माण का काम कर रहा हो, उस समय जाने की अनुमति न मिली हो, तब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) वहां नौटंकी करने गए थे। आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले जेपी जी की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस की गोद में अखिलेश बैठे हैं। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं उनको सोचना चाहिए था कि अनुमति नहीं मिली तो अपने पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि देनी चाहिए थी। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गैरकानूनी काम किया है तो प्रशासन पहले जांच करेगा, फिर कार्रवाई करेगा।