लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से ठीक पहले बीते मंगलवार को योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्या मेरे छोट भाई की तरह हैं, उनकी बीजेपी में बेचारा की हैसियत है। उनसे मैं क्या बात करू?
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बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य ने आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूं, उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं।
बता दें कि यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है। जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होंने से नुकसान उनका ही होगा बड़े भाई दारा सिंह आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये।
स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफा देने के अगले ही दिन 7 साल पुराने विवादित बयान के मामले में वारंट जारी होने पर कहा कि मुझे न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। एमपी-एमएलए कोर्ट से मिलने वारंट पर स्वामी ने कहा कि मैं भी हाई कोर्ट का वकील था। मैं सिस्टम में पूरा यकीन करता हूं, उसका मैं सम्मान करता हूं। आने दीजिए, मैं नोटिस का सम्मान करूंगा। मौर्य ने कहा कि आगे-आगे देखिए होता है क्या?’ भाजपा छोड़ने की तैयारी कर रहे विधायकों के बारे में पूछने पर कहा कि पार्टी अब सबको मनाने में जुट गई है। इसलिए मैं किसी का भी नाम उजागर नहीं करूंगा।
स्वामी प्रसाद ने कहा कि भाजपा के लिए देश और जनता अहम नहीं है, बल्कि आरएसएस का एजेंडा जरूरी है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि आरएसएस के आगे पार्टी के नेता असहाय हो जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2014 में दिए विवादित बयान के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य को आज अदालत में पेश होना था, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुए तो फिर उनके खिलाफ यह वारंट जारी किया गया।