लखनऊ । केंद्रीय होम्योपैथी परिषद क़े पूर्व सदस्य डॉ. अनुरूद्ध वर्मा ने जनता से कोरोना काल में अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान के लिये होम्योपैथिक दवाइयां केवल प्रशिक्षित चिकित्सकों की सलाह से ही लेने की अपील की है।
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डॉ. वर्मा ने बुधवार को कहा कि आजकल सोशल मीडिया इस समय होने वाले रोगों के उपचार की अनेक होम्योपैथिक दवाइयां वायरल हो रही हैं तथा उन्हें प्रयोग करने की सलाह दी जा रही है। कोरोना संक्रमण के समय में उत्पन्न डर एवं दहशत में जनता बिना चिकित्सकों की सलाह के स्वयं दवाइयाँ ले रही हैं जो उचित तरीका नहीं है, इससे लाभ के बजाय नुकसान भी हो सकता है।
उन्होंने बताया कि होम्योपैथी में हर व्यक्ति के के लक्षणों के आधार पर चिकित्सक द्वारा रोगी की उम्र, रोग की दशा, रोग की गंभीरता , जांच आदि को दृष्टिगत रखते हुये अलग -अलग औषधि व उसकी खुराक, पोटेंसी व रेपीटेशन का निर्धारण किया जाता है। इसलिये होम्योपैथी में सबके लिए एक ही स्वास्थ्य समस्या के लिये एक ही सामान्य औषधि संभव नहीं है।
चिकित्सक ने बताया कि होम्योपैथी में कोरोना संक्रमण के दौरान रोगियों के लिये प्रभावकारी औधाधियां उपलब्ध है। मगर उनका पूरा लाभ चिकित्सक द्वारा रोगी के लक्षणों के आधार पर चयनित औषधि का प्रयोग कर ही प्राप्त किया जा सकता है। इस प्रकार से विभिन्न माध्यमों से होम्योपैथिक दवाईयों के प्रचार से लोगों के मन मे चिकित्सा की इस विधा के प्रति अनेक भ्रांतियां उत्पन्न हो रही है।
उन्होंने जनता से कोरोना काल मे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए चिकित्सकों की सलाह से सरल ,कम ख़र्चीली, दुष्परिणाम राहित,सम्पूर्ण निरोग प्रदान करने वाली होम्योपैथिक औषधियों के प्रयोग की अपील की है।