नई दिल्ली। बीसीसीआई ने इस बार रणजी ट्राफी ना कराके विजय हजारे ट्राफी कराने का फैसला किया है। कोरोना के चलते भारत का घरेलू क्रिकेट भी कम प्रभावित नहीं हुआ है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई ने ये कदम उठाया है। विजय हजारे ट्राफी के लिए खिलाड़ियों का सेलेक्शन होना है। सेलेक्शन होने में खैर अभी बहुत समय है।
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लेकिन कोई भी युवा खिलाड़ी इस मौके को हांथ से नहीं जाने देना चाहता है। इसमे अच्छे प्रदर्शन के आधार पर ही खिलाड़ियों की दावेदारी आईपीएल के लिए मजबूत होगी। विजय हजारे ट्राफी के लिए प्रैक्टिस मैच खेले जा रहे है। जूनियर तेंदुलकर प्रैक्टिस मैच में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाये है। खेले गए एक प्रैक्टिस मैच के दौरान तेंदुलकर ने 4.1 ओवर की गेंदबाजी में 53 रन लुटाए है।
इससे पहले खेली गई भारत की घरेलू क्रिकेट की सैय्यद मुश्ताक अली ट्राफी मेंं भी जूनियर तेंदुलकर कुछ खास नहीं कर पाये थे। इन पारियों के आधर पर देखें तो उनका दावा विजय हजारे ट्राफी के लिए कमजोर पड़ता दिख रहा है। इससे उनके आईपीएल के निलामी पर भी खतरा मंडराता नजर आ रहा है। पिछले सप्ताह ही तेंदुलकर ने आईपीएल की नीलामी के लिए अपना बेस प्राइज तय किया था। उन्होंने अपना बेस प्राइज 20 लाख रूपया रखा है।