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यूपी में दुकानों पर मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश संविधान, लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है: प्रियंका गांधी

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ लगाने के निर्देश के बाद सियासी सरगर्मी ​बढ़ गयी है। विपक्षी दल योगी सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं और इस आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी के इस आदेश पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है।

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प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा कि, हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा। उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है।

इसके साथ ही लिखा कि, समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है। यह आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

बता दें कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रियों के लिए बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूरे यूपी में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर संचालकों-मालिकों का नाम और पहचान बतानी होगी। उन्होंने कहा कि, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।

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