Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. बॉलीवुड
  3. सूर्यवंशम के 22 साल पूरे: मशहूर अभिनेत्री जिसने 30 साल की उम्र में किया था दुनिया को अलविदा, क्यों आती है बार बार ये फिल्म

सूर्यवंशम के 22 साल पूरे: मशहूर अभिनेत्री जिसने 30 साल की उम्र में किया था दुनिया को अलविदा, क्यों आती है बार बार ये फिल्म

By आराधना शर्मा 
Updated Date

मुंबई: सुपरहिट फिल्म सूर्यवंशम को रिलीज हुए 22 आज पुरे वर्ष हो गए हैं। जी हां, वही सूर्यवंशम जिसे देखते हुए ऐसा लगता है कि हम सभी को सदियां गुजर गई हैं। सूर्यवंशम को सभी ने बचपन से अपने टेलीविज़न पर देखा है। अमिताभ बच्चन के डबल किरदार वाले ये लोकप्रिय फिल्म 21 मई 1999 को रिलीज हुई थी। मूवी में अमिताभ ने पिता और बेटे के रोल को निभाया था। ऐसे में उनकी हीरोइन बनी थीं अभिनेत्री सौंदर्या।

पढ़ें :- Drashti Dhami ने शेयर की बेटी की पहली तस्वीर, बताया नाम

सौंदर्या हिंदी से लेकर दक्षिण भारतीय फिल्म जगत की जानी-मानी अभिनेत्री थीं। अमिताभ संग उनके साथ को फिल्म सूर्यवंशम में बहुत पसंद भी किया गया था। हालांकि अचानक हुई एक दुर्घटना ने उन्हें दुनिया से बहुत जल्द उठा लिया। यह बात वर्ष 2004 की है। इस वर्ष लोकसभा चुनाव हुए थे।

साथ ही आंध्र प्रदेश समेत देश के कुछ अन्य प्रदेशों में भी चुनाव होने वाले थे। उन दिनों लोकसभा सीट से भाजपा के वरिष्ठ नेता विद्या सागर राव चुनाव लड़ रहे थे। ऐसे में तेलुगू फिल्म जगत की उस समय की सबसे बड़ी एक्ट्रेस रहीं सौंदर्या, विद्या सागर राव की सांसदी और टीडीपी नेताओं की विधायकी के लिए वोट मांगने आ रही थीं। सौंदर्या कुछ समय पूर्व ही भाजपा में सम्मिलित हुई थीं। उस समय अभिनेत्री बेंगलुरु में थीं।

17 अप्रैल के दिन उनके एयरक्राफ्ट ने जक्कूर एयरोड्रम से उड़ान भरी, हालांकि यह विमान कभी तय स्थान पर नहीं पहुंचा। सौंदर्या संग इस विमान में उनके छोटे भाई तथा प्रोड्यूसर अमरनाथ, भाजपा के युवा नेता हिंदू जागरण वेदिका के लोकल मुखिया रमेश कदम तथा एयरक्राफ्ट के पायलट जॉय फिलिप थे। इस फोर सीटर सेसना 180 एयरक्राफ्ट ने टेक ऑफ किया। 100 फीट ऊपर पहुंचकर क्लियरेंस लिया तथा फिर अगले ही सेकंड ये बुरी प्रकार से हिलने लगा।

पढ़ें :- Nagarjuna के दोनों बेटों की एक ही दिन, एक ही मंडप में होगी शादी, ऐसे हुआ खुलासा

फिर कुछ ही सेकंड के भीतर नेशनल हाईवे 7 से सिर्फ 50 मीटर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेस के गांधी कृषि विज्ञान केंद्र मैदान में दूर गिर गया। वहां कुछ श्रमिक काम कर रहे थे। वे यात्रियों को बचाने के लिए एयरक्राफ्ट की ओर भागे। मगर मजदूरों के विमान के पास पहुंचते ही उसमें धमाका हो गया था। सब ओर आग फैल गई थी तथा मजदूर बुरी तरह जल गए। साथ ही विमान के अंदर जो चार लोग थे, वे कोयले का खंड बन गए थे। लाशों की ऐसी स्थिति थी कि पहचानना भी कठिन हो गया था कि कौन-कौन था।

Advertisement