नई दिल्ली: इंग्लैंड में सेक्स पार्टियां कराने वाली एक कंपनी अनबेन्नेंट को सरकार की तरफ से 36 हजार पाउंड्स यानि लगभग 37 लाख रूपए की फंडिंग मिली है। इंग्लैंड की आर्ट्स काउंसिल ने अनबेन्नेंट कंपनी को फंडिंग की है। इस फैसले पर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं और विरोध भी जताया है।
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आलोचकों का कहना है आम आदमी के टैक्स के पैसों को इस तरह खर्च नहीं किया जाना चाहिए। इस मामले में आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड का कहना है कि उन्होंने ये कैश कोरोना कल्चर रिकवरी फंड से दिया है और आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड ने इस क्लब को एक क्रिएटिव प्रोडक्शन कंपनी बताया है जिसके चलते ईस्ट लंदन की इकोनॉमी में बूस्ट आ सकता है।
इसके अलावा इस क्लब के इंस्टाग्राम पर 15 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड का कहना है कि ये कंपनी कोरोना काल के चलते ध्वस्त हुई नाइटलाइफ इकोनॉमी में नई जान फूंक सकती है और इस फंडिंग के सहारे ये कंपनी कई नई नौकरियां क्रिएट कर सकती है।
आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड के बयान में ये भी कहा गया कि हम समझ सकते हैं कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो सभी के लिए नहीं होती है लेकिन एक मल्टीकल्चरल देश होने के नाते ये हमारी जिम्मेदारी बनती हैं कि हम ऐसी संस्थाओं को भी प्रोटेक्ट करें जो मुख्यधारा समाज से अलग है।
गौरतलब है कि आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड सरकार द्वारा फंड की गई संस्था है जो डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स से जुड़े आर्टिस्टिक गतिविधियों को प्रमोट करने में मदद करती है। इस संस्था का निर्माण साल 1994 में हुआ था। बता दें कि आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड कई फिल्में भी प्रोड्यूस कर चुका है। इनमें द ट्रेंच, रैटकैचर, हिलेरी एंड जैकी, बेंट, मैन्सफील्ड पार्क, मेट्रोलैंड, बेबी मदर, कैप्टन जैक, ब्यूटीफुल क्रिएचर्स जैसी कई चर्चित फिल्में शामिल हैं।