Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. जो सरकार संसद की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकी, उसने लोकतंत्र को कलंकित कर डाला, सांसदों के निलंबन पर प्रियंका गांधी का निशाना

जो सरकार संसद की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकी, उसने लोकतंत्र को कलंकित कर डाला, सांसदों के निलंबन पर प्रियंका गांधी का निशाना

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा के 92 सांसदों के निलंबन के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। विपक्षी नेताओं की तरफ से इसको लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सांसदों के निलंबन पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा, जो सरकार संसद की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकी, उसने लोकतंत्र को कलंकित कर डाला।

पढ़ें :- Gautam Adani Bribery Fraud Case : 'मोदी-अदाणी एक हैं, तो सेफ हैं',राहुल गांधी ने अडानी के गिरफ्तारी व माधबी बुच को पद से हटाने की मांग

प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा कि, संसद की सुरक्षा में खतरनाक चूक हुई। उस लापरवाही पर जवाब मांग रहे विपक्ष के 92 सांसदों को तानाशाह सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। जो सरकार संसद की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकी, उसने लोकतंत्र को कलंकित कर डाला और एक तरह से समूचे विपक्ष को ही संसद से बाहर कर दिया। यह भारतीय लोकतंत्र पर इतिहास का सबसे शर्मनाक हमला है। देश की जनता देख रही है कि जिस लोकतंत्र को लाखों कुर्बानियों के दम पर हासिल किया गया, उसे किस तरह रौंदा जा रहा है।

बता दें कि, सोमवार को लोकसभा के 33 सांसदों के निलंबन के बाद राज्यसभा से विपक्ष के 45 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसे में आज दोनों सदनों से 78 सांसदों को सस्पेंड किया गया है। वहीं, शीतकालीन सत्र में सस्पेंड किए गए सांसदों की संख्य अब 92 पहुंच गयी है। राज्यसभा से सस्पेंड किए गए सांसदों में प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, अमी याग्निक, नारायण भाई राठवा, शक्ति सिंह गोहिल, रजनी पाटिल, सुखेंदु शेखर, नदिमुल हक, एन. षणमुगम, नसीर हुसैन, फुलोदेवी नेताम, इमरान प्रतापगढ़ी, रणदीप सुरजेवाला, रामगोपाल योदव समेत अन्य शामिल हैं।

बता दें कि, संसद की सुरक्षा में चूक के बाद से विपक्षी दलों की तरफ से लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधा जा रहा था। सांसदों की तरफ से लगातार संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर सवाल पूछा जा रहा था, जिसको लेकर संसद में हंगामा भी खूब हुआ।

पढ़ें :- प्रियंका गांधी, बोलीं-खाद-बीज की उपलब्धता के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा खुद किसानों के लिए बन चुकी है संकट
Advertisement