पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 30 मार्च को है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होगी। हिंदू नववर्ष के आरंभ के दौरान सूर्य देव और चंद्र देव दोनों मीन राशि में विराजमान रहेंगे। हिंदू नववर्ष के साथ विक्रम संवत का नया साल शुरू होता है और इस तिथि को युगादि तिथि भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन से सतयुग और देवी शक्ति की पूजा की शुरुआत हुई थी। हर साल हिंदू नववर्ष में कई महत्वपूर्ण व्रत और पर्व मनाए जाते हैं, जिनका विशेष महत्व है।
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क्या करें
सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।
इसके बाद मंदिर की सफाई कर दीपक जलाकर पूजा करें।
देवी-देवताओं की आरती करें।
जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें।
श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में अन्न और धन समेत आदि चीजों का दान करें। मान्यता है कि दान करने से इंसान को जीवन में किसी भी चीज की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
शुरू होंगे चैत्र नवरात्र
पंचांग के अनुसार, चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 4 बजकर 27 मिनट पर पर होगी और तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा। ऐसे में चैत्र नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से होगी और समापन 7 अप्रैल को होगा।