पर्दाफाश न्यूज़ ब्यूरो गोरखपुर :: चिलुआताल थाना क्षेत्र के जंगल नकहा नंबर एक यादव टोला मोहरीपुर के रहने वाले पीड़ित ने प्रेसवार्ता के दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पिताजी की मृत्यु विगत कई वर्ष पहले हो चुकी है।
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मेरी माता जी के नाम से एक पुश्तैनी जमीन मोहरीपुर तहसील सदर जिला गोरखपुर में आराजी संख्या 436 है।जिसमें 49070 वर्ग फीट की जमीन मेरी माता जी ने सपा नेता अवधेश कुमार पांडे पुत्र बाल गोविंद पांडे जो गोरखनाथ थाना क्षेत्र और नईम पुत्र हजूर अहमद निवासी तुर्कमानपुर काबाड़ी टोला के रहने वालों को कुछ शर्तो के साथ अनुबंध किया था। बाकी बचे आवास और निजी पोखरे में हम लोग खुद मछली पालन करते आ रहे हैं।
लेकिन विगत 1 वर्ष से इन लोगो ने हमे किराया देना बंद कर दिया साथ ही अनुबन्ध का उल्लंघन करते हुए किरायेदर होने के बावजूद कूट रचित पेपर के आधार पर इन लोगो ने नगर निगम गोरखपुर में अपना नाम चढ़वाने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया। हालांकि इसकी जानकारी जब मेरी माता जी को हुई तो उन्होंने 27 जुलाई को कैंट थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई।
जिसमें सपा नेता अवधेश कुमार पांडे,नईम के अलावा एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ 419,420 467,468 सहित कई गंभीर धाराओं में में मुकदमा दर्ज किया गया है।लेकिन आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।इनके दबाव में पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। इसी बीच जीडीए द्वारा लोटस वैली रिजार्ड को लेकर एक नोटिस जारी किया गया।जिसमें बिना नक्शा पास कराए हो रहे निर्माण कार्य एव संचालन को लेकर नाराजगी जताई गई थी।इन सब के बावजूद यह लोग अभी भी निर्माण कार्य करवा रहे हैं।जिसका वीडियो मेरे पास मौजूद हैं।जिला जज द्वारा किराएदारी एरिया को लेकर एक स्टे दिया गया।यह लोग कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए लगातार निर्माण कार्य करवा रहे हैं। हमने इसकी शिकायत थाने से लेकर एसएसपी तक की है।लेकिन अभी तक कहीं से कोई कार्रवाई नहीं की गई 18 तारीख को लगभग 11:00 बजे सपा नेता अवधेश पांडे अपने 30-40 साथियों के साथ आया और पोखरे एवं खाली जमीन पर निर्माण कार्य और साफ सफाई करने लगा जब मेरी माता जी और हमने इसका विरोध किया तो यह लोग गाली गुप्ता देते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे।हमने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।लेकिन चिलुआताल थाना प्रभारी ने हम लोगो को ही डांट डपटकर भगा दिया गया।
थकहार कर हमने इसकी सूचना क्षेत्राधिकारी कैम्पियरगज को दी।तो उनके द्वारा बताया गया कि सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश से वो अपना निर्माण कार्य करवा रहा है।जब हमने सिटी मजिस्ट्रेट के वहां जाकर सवाल-जवाब की नकल निकली तो वहां भी निर्माण कार्य रोकने का आदेश दिया गया था। हमने थाने पर सारा कागज़ उपलब्ध कराया और न्याय की गुहार लगाई। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई हुई है। पीड़ित ने कहा कि हम पूरे मामले की विभागीय जांच चाहते हैं की किस तरीके से हमारी माता जी का फर्जी सिग्नेचर कर नगर निगम में अपना नाम चढ़वाने और पूरी प्रॉपर्टी कब्जा करने का षड्यंत्र किया जा रहा है।सिटी मजिस्ट्रेट के आदेशों का पालन स्थानीय पुलिस नहीं कर रही है। यह लोग लगातार हमें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
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वहीं स्थानीय पुलिस दबाव में आकर इन लोगों पर कार्यवाही नही कर रही है।जिस कारण इन लोगो की मनमानी लगातार बढ़ रही है हमें अंदेशा है कि यह लोग हमारे जमीन को कब्जा करने के लिए कभी भी हमारे साथ कोई अपनी घटना घटित कर सकते हैं।