नई दिल्ली। मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें काफी दिनों से लगाई जा रहीं हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में कई नए चेहरों के शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि, मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, सूत्रों की माने तो इसी सप्ताह इसका अधिकारिक ऐलान किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने हिमाचल प्रदेश के दौरे से मंगलवार शाम को लौटेंगे।
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इसके बाद तारीख और समय तय होगा। मीडिया रिपोर्ट की माने तो मंत्रिमंडल विस्तार में करीब 22 नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। वहीं, कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी की जा सकती है। कुछ मंत्रियों को संगठन में भी भेजा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक बिहार, असम, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के उन बड़े नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है जो लंबे समय से प्रतीक्षा सूची में हैं।
इनमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सराकर गिराकर भाजपा सरकार बनवाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेता शामिल हैं। जबकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए जातीय और वर्गीय संतुलन साधने के लिए ब्राह्रण चेहरे के रूप में प्रदेश के पूर्व मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, सत्यदेव पचौरी और सासंद रमापति राम त्रिपाठी में से किसी एक को लिया जा सकता है।
वहीं, युवा चेहरों के नाम पर कई बार के सांसद वरुण गांधी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावनाएं दिख रही हैं। जबकि दलित चेहरे के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया का नाम लिया जा रहा है। सहयोगी दलों में अपना दल की अनुप्रिया पटेल, जनता दल (यू) के आरसीपी सिंह, और विभाजित लोजपा के पारस गुट के पशुपति पारस के नाम की भी चर्चा हो रही है।