लखनऊ: कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने पर उठने वाले सवालों से बचने का प्रयास करना पुलिस को उल्टा पड़ गया। गिरफ्तार किए गए अपराधी और उसे पकड़कर खड़े पुलिसकर्मी के चेहरे पर फोटोशॉप से मास्क लगा दिया गया। फिर ट्विटर पर बुरी तरह ट्रोल होने के बाद पुलिस को अपना वह ट्वीट डिलीट करना पड़ा।
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यह वाकया है कि गोरखपुर का। हुआ यह कि जिले की पुलिस ने पहले एक फोटो ट्वीट की, जिसमें एक कांस्टेबल गिरफ्तार अभियुक्त को पकड़कर खड़ा है। कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान आने पर पुलिस ने थोड़ी देर बाद उसी फोटो को दोबारा ट्वीट किया, जिसमें दोनों के चेहरे पर फोटोशॉप से मास्क लगा दिया गया। बस इसी के बाद तो ट्विटर पर धमाल मच गया। यूजर्स ने पुलिस को ट्रोल करते हुए तरह-तरह की टिप्पणियां कीं।
एक यूजर ने लिखा-‘यह यूपी पुलिस का डिजिटल मास्क है’ तो दूसरे ने लिखा-‘ये फोटोशॉप करने की जरूरत नहीं थी, आपकी ही सरकार है क्या कर लेते आपका।’ इसी तरह एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की-‘पिक्स आर्ट एप गजब है।’ कुछ लोगों ने पुलिस की फोटो एडिटिंग पर भी सवाल उठाया और कहा कि इससे अच्छा तो हम लोग कर लेते हैं। एक यूजर ने तो यह सलाह भी दे दी कि पुलिस को एक बढ़िया फोटोशॉप करने वाला हायर कर लेना चाहिए।
इस प्रकरण पर जिले के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि डीजीपी मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान किसी अभियुक्त को गिरफ्तार करने और उसे कोर्ट में पेश करने के बारे में बाकायदा एक प्रोटोकॉल जारी किया गया है। इसके उल्लंघन की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाती है।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2018 में सोशल मीडिया में एनकाउंटर के दौरान का संभल पुलिस का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था। उस वीडियो में पिस्टल जाम होने पर एक दरोगा मुंह से ही ‘ठांय-ठांय’ बोलकर ‘एनकाउंटर’ करते नजर आ रहे थे। वीडियो पर लोगों ने चुटकी ली लेकिन पुलिस डिपार्टमेंट मुंह से ‘ठांय-ठांय’ बोलने वाले दरोगा के बचाव में खड़ा रहा। दरोगा ने भी कहा कि वह अपराधियों को संदेश देना चाहते थे कि उन्हें चारों तरफ से घेर लिया गया है।