UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शनिवार को लखनऊ में गन्ना विकास के अंतर्गत राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किए व प्रदेश की 20 सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) आज सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य के साथ ही सबसे अधिक चीनी उत्पादन वाला राज्य भी है।
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सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, सबसे अधिक चीनी उत्पादक राज्य में बदल गया है। सबसे अधिक चीनी मिल ही नहीं, सबसे अधिक एथनॉल उत्पादन एवं खांडसारी यूनिट वाला राज्य भी आज उत्तर प्रदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, देश में आज ज्यादातर चीनी मिलें चीनी भी बनाती हैं और साथ ही साथ एथनॉल बनाने का काम भी कर रही हैं। उत्तर प्रदेश आज ग्रीन एनर्जी का भी माध्यम बन चुका है।
वर्ष 2017 में मैंने गन्ना विभाग से कहा था कि उत्तर प्रदेश की धरती ऐसी है, जिसमें एक एकड़ में 1,000 कुंतल गन्ना पैदा हो सकता है। यह हमारे अन्नदाता किसानों ने अपने सामर्थ्य व परिश्रम से साबित करके दिखाया है। साथ ही कहा कि, 3,171 महिला स्वयंसेवी समूह जिसमें 59 हजार+ महिलाएं कार्य कर रही हैं, वे आज 60 लाख गन्ना किसानों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में योगदान दे रही हैं।
मुख्यमंत्री (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि, प्रदेश में वर्ष 2017 से 2023 के बीच 06 वर्षों के कार्यकाल में गन्ना किसानों को ₹2.13 लाख करोड़ से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ है। थोड़े प्रयास से अगर किसी के जीवन में परिवर्तन आ जाता है तो हम मानते हैं कि प्रयास सार्थक हुआ। प्रदेश में आज चीनी मिलें बंद नहीं हो रही हैं, बल्कि बंद चीनी मिलों को चलाने का प्रयास हो रहा है।
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