16 जून 2021 दिन-बुधवार का पंचांग
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विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः– उत्तरायण
ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु
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मासः- ज्येष्ठ माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- षष्ठी तिथि 22:46:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि
सूर्योदयः- प्रातः 05:13:47
सूर्यास्तः- सायं 06:47:00
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तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं।
नक्षत्रः- माघ 22:15:16 तक तदोपरान्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- माघ नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तदोपरान्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी है।
योगः- वज्र 08:00:13 तक तदोपरान्त सिद्धि
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 12:21:00 से 02:06:00 तक
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तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।