Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. काबुल में TOLO News के रिपोर्टर की तालिबान ने की हत्या , सभी को सुरक्षा का दावा निकला खोखला

काबुल में TOLO News के रिपोर्टर की तालिबान ने की हत्या , सभी को सुरक्षा का दावा निकला खोखला

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तख्ता पलट के बाद तालिबान (Taliban) सभी को सुरक्षित माहौल देने। इसके साथ ही सभी को सार्वजनिक माफी देते हुए काम पर लौटने की अपील की थी।ताजा जानकारी के मुताबिक तालिबान ने काबुल में टोलो न्यूज (TOLO News) के एक पत्रकार की हत्या कर दी है। बता दें कि इससे पहले तालिबानी आतंकवादियों ने पीटीआई न्यूज एजेंसी में काम करने वाले भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी (Indian journalist Danish Siddiqui) को भी मार दिया था।

पढ़ें :- Ranji Trophy : हरियाणा के तेज गेंदबाज ने एक पारी में 10 विकेट लेकर मचाया तहलका; 39 साल बाद हुआ ये कारनामा

टोलो न्यूज (TOLO news) के पत्रकार जियार याद ( Ziar Yad) ने बताया भी है कि किस तरह तालिबान पत्रकारों के साथ बुरा बर्ताव कर रहा है। जियार याद ( Ziar Yad) और उनके कैमरामेन साथी को तालिबान ने पीटा था। वे लोग अफगान में गरीबी और बेरोजगारी पर रिपोर्टिंग कर रहे थे। ये लोग काबुल में हाजी याकूब चौराहा के पास रिपोर्टिंग कर रहे थे। जियार ने बताया कि जब वे लोग फोटोज क्लिक कर रहे थे। तब तालिबान (Taliban)  के लोग उनके पास आए और उनका फोन छीन लिया। इसके बाद फिर दोनों को हथियारों से पीटा है।

पत्रकार संग बुरे बर्ताव के मामले पर पत्रकार संगठनों ने भी आपत्ति जताई है। कहा है कि जिस दिन से तालिबान (Taliban)  ने अफगानिस्तान (Afghanistan और काबुल पर नियंत्रण किया है, तब से पत्रकारों के साथ उनका व्यवहार चिंता का विषय रहा है। दूसरी तरफ, तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासीक ने कहा कि हमने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। इस मामले को लेकर काबुल कमांडर (Kabul Commander) के साथ बातचीत की गई है।

बता दें कि अफगान (Afghan) पर कब्जे के बाद तालिबान (Taliban) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुनिया भर की मीडिया के सामने कई वादे किए गए थे। इसमें से एक वादा यह भी था कि वह मीडिया को अफगान में आजादी के साथ काम करने देगा। लेकिन साथ ही साथ कहा था कि उन्हें ‘अफगान के कल्चर’ का सम्मान करना होगा। हालांकि, यह साफ नहीं किया गया था कि यहां अफगान के कल्चर से उनका मतलब क्या है?

पढ़ें :- Maharashtra Assembly Elections 2024 : महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में दरार का संकेत,अजित पवार ने बनाई पीएम की रैली से दूरी
Advertisement