Twin Towers : भ्रष्टाचार की मिसाल बनी नोएडा के ट्विन टावर के घ्वस्त होने के बाद उससे निकले मलबे का उपयोग देश के निर्माण में किया जाएगा। विल्ड़िंग के घ्वस्त होने के बाद वहां से मलबे को हटाने का काम शुरू हो गया है। ध्वस्तीकरण से करीब 80 हजार मेट्रिक टन मलबा निकला है। मलबे से टाइल्स, क्लिंकर,ईंट और अन्य उत्पाद बनेंगे। एनजीटी के नियमों के पालन करते हुए इस मलबे को ग्रीन शीट और उस पर पानी डालकर ले जाया जाएगा ताकि धूल नहीं उड़े।
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नोएडा के सेक्टर 80 में बने सीआईडी वेस्ट प्लांट में ट्विन टावर के मलबे का निस्तारण किया जाएगा। सेक्टर.80 सीएंडडी वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में जाएगा। ये प्लांट रैमकी कंपनी चला रही है।
नियमों का होगा पालन
रोजाना ट्विन टावर की साइट से 250 मेट्रिक टन मलबा डंपर के जरिए साइट पर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 20 डंपर लगाए गए हैं। प्रति डंपर क्षमता 10 से 12 मीट्रिक टन की है।