Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस शूटरों की तलाश में जुटी है। घटना के एक सप्ताह बाद भी सीसीटीवी में कैद किसी भी शूटर के पास पुलिस नहीं पहुंच पाई है। हालांकि, पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। घटना के समय एक बदमाश बम से हमला करते हुए दिखता है। इसकी सीसीटीवी भी सामने आ चुकी है। बम फेंकने वाला बदमाश बेखौफ होकर वहां पर बमबाजी करता दिखा था। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि इसका नाम गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) है। जरायम की दुनिया में गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) बम एक्सपर्ट कहा जाता है। कई ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसमें इसका नाम आया है। आइए जानते हैं इसके बारे में…
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ऐसे आया बाहुबलियों के संपर्क में
बम बनाने का एक्सपर्ट कहे जाने वाले गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) का जन्म प्रयागराज में हुआ। स्कूल के दिनों से ही वो अपराधों में लिप्त हो गया। इसको देखते हुए उसके परिवार वालों ने उसे पढ़ने के लिए लखनऊ भेज दिया लेकिन यहां भी वो नहीं सुधरा। इस दौरान वो दो बाहुबलियों के संपर्क में आ गया। उस वक्त ये दोनों ही लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ते थे।
पहली बार 1997 में चर्चा में आया गुड्डू मुसिल्म
बताया जा रहा है कि गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) का नाम पहली बार 1997 में चर्चा में आया। लखनऊ के एक प्रतिष्ठित स्कूल के टीचर की हत्या हुई, जिसमें गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी हुई। उसने जुर्म कुबूलने के साथ ही कैसे घटना को अंजाम दिया ये भी बताया। लेकिन पुलिस उसे दोषी साबित नहीं कर सकी और वह बरी हो गया।
बाहुबलियों को चेहता रहा गुड्डू मुस्लिम
जरायम की दुनिया में गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) को बाहुबलियों का संरक्षण मिलता रहा। देखते ही देखते वो सबका खास हो गया। टेंडर से लेकर रेलवे के ठेकों में भी बाहुबली उसकी मदद लेने लगे। इसके जरिए वो डराते और धमकाते थे।
अतीक ने कराई थी जमानत
करीब 15 वर्ष पहले गुड्डू (Guddu Muslim) को गोरखपुर पुलिस ने पटना जेल के बाहर से गिरफ्तार किया था जिसके बाद अतीक ने उसकी जमानत कराई थी। साल 2009 में परवेज टाडा के एनकाउंटर के बाद वो अतीक का खास गुर्गा बन गया था। उसके एक इशारे पर कुछ भी करने को तैयार रहता था। जेल से छूटने के बाद गुड्डू मुस्लिम ने अतीक के कहने पर कई वारदातों को अंजाम दिया।