UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी उल्टफेर जारी है। इन सबके बीच लखनऊ के प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में एक बात तय हो गई है कि अधिकांश विधायकों के टिकट काटे जाएंगे। इसके साथ ही विधायकों की पांच साल की रिपोर्ट कार्ड भी देखी जाएगी, जिसके बाद उनके टिकट को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा।
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इसके अलावा परिवारवाद को को बढ़ावा नहीं देने वाले विधायकों के भी टिकट काटे जा सकते हैं। बताया जा रहा रहा है कि भाजपा पहले चरण के उम्मीदवारों की पहली सूची तीन से चार दिनों के अंदर जारी कर सकती है। सूत्रों की माने तो सोमवार को यूपी चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई।
बैठक में शामिल सूत्रों का कहना है कि तय यही हुआ है कि जिन भाजपा विधायकों का पांच साल का कार्यकाल सबसे खराब रहा होगा, उन्हें ही टिकट नहीं दिया जाएगा। सूत्रों की माने तो बैठक के दौरान ये भी चर्चा की गई कि अपराधिक रिकॉर्ड वाले प्रत्याशियों को टिकट नहीं दिया जाएगा। भाजपा सूत्रों के मुताबिक अनुमान तो यही है कि इस बार बड़ी संख्या में विधायकों के टिकट कटेंगे।