UP MLC Election : यूपी में विधान परिषद (Legislative Council in UP) की दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। इसके लिए भाजपा प्रत्याशियों ने गुरुवार को नामांकन दाखिल कर दिया। भाजपा उम्मीदवार पदमसेन चौधरी (BJP candidate Padamsen Chowdhary) और मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नेतृत्व में नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) और बृजेश पाठक (Brijesh Pathak) सहित कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे। दोनों सीटों पर सपा ने भी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इसके बाद अब मतदान होगा।
पढ़ें :- International Tribal Participation Festival : सीएम योगी बोले-बिरसा मुंडा के आदर्शों और संघर्ष को नई पीढ़ी तक पहुंचाएं
भाजपा ने विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य (Legislative Council Member Laxman Acharya) के इस्तीफे से और बनवारी लाल दोहरे के निधन से रिक्त हुई दो सीटों के लिए अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। उसने मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) और पदमसेन को अपना उम्मीदवार बनाया है। इन सीटों पर अपने प्रत्याशी का नामांकन कराने के वक्त सपा को यह भी बताना होगा कि लक्ष्मण आचार्य (Laxman Acharya) के इस्तीफे से रिक्त सीट पर उसने किसे उतारा है और बनवारी लाल दोहरे (Banwari Lal Dual) के निधन से रिक्त सीट पर किसे प्रत्याशी बनाया है।
इस चुनाव में सभी विधानसभा सदस्य मतदान करेंगे। भाजपा और सपा के प्रत्याशी उतारने पर प्रत्येक सीट पर दो प्रत्याशी हो जाएंगे, जबकि प्रत्येक सीट के लिए विधानसभा के सभी 403 सदस्य मतदान करने के अधिकारी होंगे। यानी, एक सीट पर दो प्रत्याशी और 403 मतदाता होंगे।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Assembly Speaker Satish Mahana) ने बताया कि उप चुनाव समानुपातिक मतों के आधार पर नहीं होता है, बल्कि इसमें निर्णय बहुमत के आधार पर होता है। यानी, जिस प्रत्याशी को ज्यादा वोट मिलेंगे, वही विजयी होगा। यहां बता दें कि विधानसभा में भाजपा गठबंधन के 274, सपा गठबंधन के 118 सदस्य हैं। जबकि, सुभासपा के छह, बसपा के एक, कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो-दो सदस्य हैं। इस चुनाव में यह भी दिलचस्प होगा कि सुभासपा, बसपा और कांग्रेस का क्या रुख रहता है, क्योंकि ये दल अपने प्रत्याशी उतारने की स्थिति में नहीं हैं।