UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ज्ञानवापी मामले को लेकर बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि, मस्जिद के अंदर त्रिशूल क्या कर रहा था। मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है वो देखे ना त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है, हमने तो नहीं रखा है ना। ज्योर्तिलिंग है देव प्रतिमाएं हैं। दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं? मुख्यमंत्री के इस बयान पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का बयान आया है।
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उन्होंने कहा कि, ज्ञानवापी मस्जिद है अगर ये मस्जिद नहीं होता तो ये मामला कोर्ट में जाता ही नहीं। ये मामला अभी विचाराधीन है। ऐसे में किसी भी जिम्मेदार नेता या मुख्यमंत्री को ये बात नहीं रखनी चाहिए। सीएम योगी देश के न्यायालय से बड़े नहीं है। उन्हें थोड़ा इंतजार करना चाहिए था।
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— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) July 31, 2023
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स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि, ज्ञानवापी मस्जिद है इसलिए ये प्रकरण उच्च न्यायालय में गया है। अगर ये ज्ञानवापी मंदिर होता तो कोर्ट में ये प्रकरण जाता ही नहीं। विवाद की शुरूआत यही से शुरू हुई है कि वो ज्ञानवापी मस्जिद है। 5 वक्त की अभी भी उसमें नमाज पढ़ी जाती है। जब तक उच्च न्यायालय का कोई निर्णय अन्यथा नहीं आ जाता तब तक वो ज्ञानवापी मस्जिद है, इसको कोई इनकार नहीं कर सकता है। इसके साथ ही कहा कि, मुख्यमंत्री जी उच्च न्यायालय से बड़े नहीं है इतनी जल्दी क्या है? उच्च न्यायालय के निर्णय का इंतजार सबको करना चाहिए जब मामला न्यायपालिका में विचाराधीन है