पीलीभीत। पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद वरुण गांधी बीते कुछ समय से पार्टी लाइन से हटकर केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी पर लगतार हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। हाल ही में उन्होंने गन्ना मूल्य बढ़ाने को लेकर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने अकेले ही गन्ने के मूल्य बढ़ाने का मुद्दा उठाया। इस विषय पर बोलने की हिम्मत पार्टी के सांसद या विधायक ने नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि टिकट कटने के डर से पार्टी के नेता ऐसे मुद्दे नहीं उठाते, लेकिन उन्हें इसका कोई डर नहीं है, क्योंकि उनके परिवार ने निर्दलीय भी चुनाव जीता है। बता दें कि वरुण पीलीभीत संसदीय क्षेत्र के बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। यह बात वरुण गांधी ने गन्ने का मूल्य बढ़ाने पर चर्चा करते हुए कही है।
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वरुण गांधी ने कहा कि जनता की आवाज अगर जनप्रतिनिधी नहीं उठाएगा, तो कौन उठाएगा? मैं झूठ नहीं बोलूंगा, जो सच है वही बोलूंगा। उन्होंने कहा कि सरकार तो आती जाती रहेगी। वरुण गांधी ने यह भी कहा कि वह क्रांतिकारी नेता हैं और लोगों के साथ अन्याय होता नहीं देख सकते हैं। वह जो भी मदद करते हैं अपने निजी धन से करते हैं।
इसके साथ ही वरुण गांधी ने पीलीभीत जिले में हुए बांसुरी महोत्सव पर सवालिया निशान खड़ा किया है। वरुण गांधी ने डीएम पुलकित खरे को एक पत्र लिखकर व्यापारियों से बांसुरी महोत्सव के नाम पर जबरन चंदा वसूली पर एतराज जताया है। पत्र में वरुण गांधी ने डीएम से चंदे की रकम वापस कराए जाने की मांग की है। बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि मुझे कुछ व्यापारियों ने बताया है कि बांसुरी महोत्सव के नाम पर व्यापार मंडल से डेढ़ डेढ़ लाख रुपए जबरन लिए गए हैं।
बीते मंगलवार को वरुण गांधी ने पीलीभीत के जिलाधिकारी पुलकित खरे के नाम जारी चिट्ठी में कहा कि बीते दिनों मुझसे दिल्ली में कुछ व्यापारी नेताओं ने बताया कि पीलीभीत में होने वाले बांसुरी महोत्सव के आयोजन पर व्यापारी समाज से आयोजन के खर्च के नाम पर दबाव बनाकर धनराशि लेने का प्रयास किया जा रहा है। व्यापारी संवाद कार्यक्रम के दौरान जिले के व्यापारियों ने इस बात की पुष्टि की और बताया कि बांसुरी महोत्सव के आयोजन के नाम पर जिला प्रशासन ने जनपद के कुछ व्यापारिक संगठनों से दबाव बनाकर धनराशि ली है।
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वरुण गांधी ने लिखा कि मैंने और मेरी मां ने लंबे समय से पीलीभीत से सांसद रहते हुए कभी किसी से एक रुपये का चंदा नहीं मांगा। बल्कि समय-समय पर पीलीभीत में प्राकृतिक आपदा के समय हमने हमेशा जनता को अपना परिवार समझकर उनकी मदद की। सांसद वरुण गांधी ने लिखा ऐसे में व्यापारियों पर दबाव डालकर ऐसे आयोजन कराना प्रायोजित भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। जो लोग कोरोना, जीएसटी की मार से पहले से ही टूटे हुए हैं, उन पर और बोझ डालना उन पर अत्याचार है।
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए बांसुरी महोत्सव के नाम पर संगठनों से जबरन ली गई धनराशि का पता लगाकर उन्हें अवगत कराने की बात लिखी है। इसके साथ ही बीजेपी नेता वरुण गांधी ने लिखा कि जल्द से जल्द मुझे धनराशि से अवगत कराया जाए, ताकि मैं उस धनराशि का चेक आपको भिजवा दूं जिससे आप उनकी धनराशि वापस करा दें।