ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को वृष और तुला राशि का स्वामी माना गया है। शुक्र को समृद्धि और सुख का कारक ग्रह माना जाता है। जिन लोगों की जन्म कुंडली में शुक्र उच्च स्थान पर होता है, उन्हें मान्यताओं के अनुसार कभी भी शारीरिक और मानसिक रूप से कष्ट नहीं होगा। साथ ही कहा जाता है कि उन्हें हर कदम पर सफलता मिलती है। वहीं दूसरी ओर जिनकी जन्म कुंडली में शुक्र कमजोर होता है उन्हें शारीरिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जानिए कुंडली में शुक्र के कमजोर होने के क्या संकेत हैं और ज्योतिषीय उपायों से इस ग्रह को कैसे मजबूत किया जा सकता है।
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शुक्र कमजोर होने के लक्षण
चेहरे की चमक लगातार कम होती जाती है
आंखों की रोशनी दिन-ब-दिन खराब होती जाती है
आकर्षण को दूर करता है
आर्थिक स्थिति खराब
पुरुषों के विवाह में आ रही बाधाएं
कमर और पिंडलियों में अधिक दर्द।
गरीबी
रात को सोने से पहले अधिक मीठा खाने का मन करना।
दाम्पत्य सुख की हानि
शुक्र की स्थिति खराब होने पर जातक के चरित्र पर भी प्रभाव पड़ता है।
शुक्र ग्रह को मजबूत करने के उपाय
कन्या को सफेद वस्तु जैसे चंदन, चावल, वस्त्र, फूल, चांदी, घी, दही, चीनी आदि का दान करना चाहिए।
कुंडली में शुक्र को मजबूत करने के लिए रखें शुक्रवार का व्रत
शुक्र को मजबूत करने के लिए हीरा, पुखराज या जरकन रत्न धारण किए जा सकते हैं
शुक्र ग्रह को सफेद रंग बहुत प्रिय होता है। इसलिए सफेद रंग के कपड़े पहनना फायदेमंद हो सकता है।
इलायची को पानी में मिलाकर स्नान करें
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शुक्र ग्रह के लिए मंत्र
आपको वीनस बीज मंत्र यानि द्राम द्रीं द्रौं सह शुक्राय नमः का पाठ करना चाहिए!
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। इसलिए पहले किसी ज्योतिषी से सलाह लें।