उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को एक दरोगा को यूपी पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक संगठन ने उसे दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया था। दरोगा एक होटल मालिक को डरा धमकाकर घूस ले रहा था। इसकी शिकायत पर मिलने पर एससी ने उसके खिलाफ एक्शन लिया।
दरोगा राहुल त्रिपाठी ( Daroga Rahul Tripathi) बंथरा थाने के हरौनी पुलिस चौकी का प्रभारी था।
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आरोप है कि वह एक होटल मालिक को फंसाने की धौंस देकर रुपए वसूल रहा था। एसीओ की टीम सब इंस्पेक्टर राहुल त्रिपाठी को घसीटते हुए ले गई, जिससे उसकी वर्दी पर लगा बैज टूटकर गिर गया। पीजीआई थाने ले जाकर पूछताछ के बाद मुकदमा दर्ज किया गया।
लखनऊ-हरौनी चौकी इंचार्ज राहुल त्रिपाठी को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। pic.twitter.com/H6hfNZVCNS
— princy sahu (@princysahujst7) November 5, 2023
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टीम ने मौके से रिश्वत की रकम के तौर पर दस हजार रुपये बरामद
चौकी प्रभारी को एसीओ की टीम द्वारा घूस लेते हुए पकड़े जाने के बाद यह अफवाह फैल गई कि चौकी प्रभारी का अपहरण हो गया। चौकी प्रभारी को घसीटते हुए ले जाए जाने के चलते यह अफवाह फैली, इसके बाद इलाके में लोगो की खूब भीड़ लग गई। पुलिस के उच्चाधिकारियों तक सूचना पहुंचने के बाद एसीओ की टीम द्वारा पकड़े जाने की बात सामने आई। टीम ने मौके से रिश्वत की रकम के तौर पर दस हजार रुपये बरामद होने का दावा किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लखनऊ के बंथरा थाने में गत 28 अगस्त को विशाल रावत पर किशोरी को बहला फुसलाकर ले जाने के सामने में एफआईआर दर्ज हुई थी। विवेचना के बाद मुकदमे में दुष्कर्म की धारा लगाई गई और दो आरोपी जेल भेजे गए। इस केस की विवेचना हरौनी चौकी प्रभारी राहुल त्रिपाठी कर रहे थे।
इस दौरान राहुल ने इलाके के एक होटल मालिक विनोद कुमार से कई बार पूछताछ की थी। वह विनोद को डरा रहे थे कि अगवा किए गए व्यक्ति को शरण देने के आरोप में उसे भी आरोपी बनाया जाएगा, क्योंकि आरोपी उसी होटल में रुके थे। फिर उसे बचाने के लिए बीस हजार रुपये घूस मांगने लगे। विनोद ने ही इसकी जानकारी एसीओ को दी।