रामपुर। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल खान लाला ने महिला व 3 महीने की बच्ची को अवैध रूप से पुलिस द्वारा हिरासत में रखे जाने पर ज़िलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया। घोषणा की कि यदि अवैध रूप से हिरासत में रखी गई महिला और अबोध बालक को आज शाम तक नहीं छोड़ा गया तो मुझे अनशन पर बैठने को मजबूर होना पड़ेगा। आखिरकार फ़ैसल लाला का दबाव काम कर गया और बेगुनाह महिला को एसओजी को रिहा करना पड़ा।
पढ़ें :- Promotion of IAS officers : योगी सरकार ने 95 आईएएस अधिकारियों को दिया क्रिसमस गिफ्ट, 18 बने सचिव, पढ़िए लिस्ट
फ़ैसल लाला ने बताया मुझे जानकारी मिली है कि देर रात डूंगरपुर आसरा कालोनी से चांद बी नाम की एक महिला जो तीन महीने के जुड़वा बच्चों तथा एक पांच साल की बच्ची की मां है। इसको 8 जून की सुबह 11 बजे घर से SOG पुलिस महिला और उसके तीन महीने के एक बच्चे को अपने साथ ले गई थी। और दो मासूम बच्चों को पड़ोसी के सुपुर्द कर गई है। पड़ोसी के पास जो तीन महीने का दुधमुंहा बच्चा है, वह भूख से बिलख रहा है क्योंकि बच्चा मां के दूध पे निर्भर है। बेक़सूर मां पुलिस की हिरासत में है। तब मेरे द्वारा देर रात 11 बजे एसओजी इंसपेक्टर वीरेंद्र जी से फोन पर बात की तो उन्होंने एक महिला और उसके दुधमुंहे बच्चे को पकड़ने की बात स्वीकारी। लेकिन साथ ही बताया कि महिला के पति पर मिलक थाने में गौकशी का मुक़दमा दर्ज है उसको हाज़िर करने पर ही महिला छूटेगी। SOG प्रभारी महोदय ने महिला उपरोक्त चंद बी को पूरी रात गैरकानूनी तरीके से अपने पास रखा और अभी तक नही छोड़ा है।
उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि आपके होते हुए जनपद रामपुर में जंगल राज क़ायम नही होना चाहिये। एक मुल्ज़िम हाथ नही आया तो उसकी बीबी और तीन महीने की बच्ची को पुलिस घर से उठाकर कैसे देर रात तक हिरासत में रख सकती है ? आप एसओजी प्रभारी महोदय को निर्देशित करें कि निर्दोष महिला चांद बी को तुरंत रिहा किया जाए और दोषियों के विरुद्ध न्यायोचित विधिक कार्रवाई की जाए। यदि आप के आदेश पर ऐसा नहीं किया जाता तो उस दूधमुंहे बच्चे की खातिर इंसाफ दिलाने हेतु मुझे स्वयं अनशन पर बैठने को विवश होना पडेगा ज्ञापन देने उनके साथ महिला ज़िलाध्यक्ष नर्गिस खान, महासचिव नग़मा खान, मीडिया प्रभारी प्रमोद वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी मामून खान आदि लोग पहुंचे।