नई दिल्ली: तालिबान (Taliban) के समर्थन में पाकिस्तान (Pakistan ) कितना जंगली हो जाएगा इसका कोई अंदाजा नहीं लगा सकता है। पाकिस्तान के मंत्री हिंसात्मक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। अफगानिस्तान (Afiganstan) के उपराष्ट्रपति का एक ट्वीट पाकिस्तान में गिरने मिसाइल का काम कर रहा है। एक तस्वीर से पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (national security advisor) मोईद यूसुफ (Moeed Yusuf) और सूचना मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) की छटपटाहट बढ़ गई है। दोनों तरफ से चिड़िया उड़ने लगी।
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पूरा वाकया ये है कि, अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ( Vice President Amrullah Saleh ) ने 1971 के युद्ध से जुड़ी एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें पाकिस्तान को करारी हार मिली थी।
पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा है, ‘अफगानिस्तान, अफगानिस्तान के बहादुर लोगों का है, ना कि आपके जैसे लकड़बग्घों का। आपके जैसे लोगों को अफगानिस्तान या इस क्षेत्र में रत्तीभर भी दिलचस्पी नहीं है। आप केवल गिद्ध हैं, जो समय आने पर सुरक्षित पनाहगाहों (safe havens) में उड़ जाएंगे।’ बहादुर लोगों से उनका इशार तालीबान से था।
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Afghanistan belongs to brave people of Afghanistan unlike hyena’s like you, a bunch of you have little interest in Afghanistan or even this region you are just a scavenger will fly to safe heavens when the time ll be up… https://t.co/5VvTKeSgL2
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) July 22, 2021
एक दिन पहले ही सालेह के ट्वीट पर पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का भी जवाब आया था, उन्होंने इसे ‘बेवकूफी’ करार दिया था । साथ ही कहा कि ऐसा करके वरिष्ठ अधिकारी पाकिस्तान के साथ रिश्ते खराब करना चाहते हैं।
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अमरुल्लाह सालेह ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘हमारे पास अपने इतिहास में ऐसी कोई तस्वीर नहीं है और ना ही कभी होगी। हां, कल मैं एक सेकेंड के लिए झुक गया क्योंकि एक रॉकेट ऊपर से उड़कर गया और कुछ मीटर दूर जाकर गिरा (Afghanistan Pakistan 1971 War)। डियर पाकिस्तान ट्विटर हमलावरों, तालिबान और आतंकवाद इस तस्वीर से मिले घाव को भर नहीं कर सकते। दूसरे तरीके खोज लें।’ उनके इसी ट्वीट पर पाकिस्तानियों को मिर्ची लग गई है।