Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. Rajasthan BJP: विधायक बनने से पहले ही भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह बने मंत्री, कांग्रेस बोली-BJP का अहंकार सातवें आसमान पर

Rajasthan BJP: विधायक बनने से पहले ही भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह बने मंत्री, कांग्रेस बोली-BJP का अहंकार सातवें आसमान पर

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। राजस्थान में शनिवार भजनलाल शर्मा सरकार का मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है। मंत्रिमंडल विस्तार में 21 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इसमें 12 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सबसे ज्यादा चर्चा उनकी है जो बिना विधायक बने ही मंत्री बन गए हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं श्रीकरणपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह की, जो बिना चुनाव जीते ही मंत्री बन गए हैं। राजस्थान की करणपुर विधानसभा सीट पर पांच जनवरी को चुनाव होना है। यहां पर भाजपा ने सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को प्रत्याशी बनाया है। सुरेंद्र पाल सिंह टीटी चुनाव प्रचार में व्यस्त थे तभी उनके पास फोन आया और वो शपथ लेने के लिए जयपुर पहुंच गए।

पढ़ें :- लखीमपुर खीरी और पीलीभीत के ट्रांस शारदा क्षेत्र में बाढ़ से तबाही, अखिलेश यादव बोले-सरकार जनता को कोई राहत नहीं दे रही

कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण नहीं हुआ था चुनाव
बता दें कि, राजस्थान में 200 विधानसभा सीट में से 199 सीटों पर ही चुनाव हुए थे। श्रीगंगानगर जिले की ​करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद यहां चुनाव टाल दिया गया था। अब इस सीट पर पांच जनवरी को चुनाव होना है और आठ जनवरी को इसका परिणाम आएगा। इस सीट पर बीजेपी ने सुरेंद्र पाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, चुनाव जीतने से पहले ही भजनलाल शर्मा सरकार में सुरेंद्र पाल सिंह मंत्री बन गए हैं।

कांग्रेस ने उठाया सवाल
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी के इस कदम पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एक्स पर पर लिखा कि, भाजपा का अहंकार सातवें आसमान पर है। भाजपा ने चुनाव आयोग को ठेंगा दिखाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करते हुए श्रीकरणपुर से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्रपाल टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलाई है। संभवतः देश में यह पहला मामला है जब चुनाव से पूर्व भाजपा ने अपने प्रत्याशी को मंत्री बनाया है, कांग्रेस इस मामले को चुनाव आयोग के संज्ञान में लाकर कार्रवाई की मांग करेगी। भाजपा भले ही मतदाताओं को प्रलोभन दे लेकिन श्रीकरणपुर की सीट कांग्रेस पार्टी बड़े अंतर से जीतेगी।

 

Advertisement