लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से JPNIC की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों में अखिलेश यादव हाथ में कुल्हड़ पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। तो वहीं एक तस्वीर में अखिलेश यादव की ब्लैक जैकेट दाहिनी जेब से ‘बोतल’ झांक रही है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए ‘बोतल’ के लिए सपा अध्यक्ष की चुटकी ले ली।
पढ़ें :- आदिवासियों से नफरत करने वाली भाजपा सिर्फ पूंजीपतियों के लिए ही करती है काम : हेमंत सोरेन
भाजपा सरकार में JPNIC की दुर्दशा देखकर दुख भी होता है तथा भाजपा की विकास विरोधी सोच पर क्षोभ भी।
ये परम आदरणीय जय प्रकाश जी का अपमान भी है और स्वतंत्रता व लोकतंत्र के रक्षकों के प्रति कुंठित भाजपाई सोच का प्रमाण भी।
भाजपा स्वतंत्रता व लोकतंत्र की विरोधी है।#नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/WU2pVZfTpk
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 27, 2021
पढ़ें :- भोजपुरी समाज आज संपूर्ण विश्व में 'छठ' की सुगंध को अपने साथ ले जाकर 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को साकार कर रहा : सीएम योगी
सीतापुर में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सोमवार को इत्र कारोबारी के यहां करोड़ों का कैश मिलने पर सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर जमकर निशाना साधा है। योगी ने कहा कि ‘मैंने आज तक सुना और धार्मिक ग्रंथों में ये बात देखता था कि देवी लक्ष्मी दीपावली के दिन दीपोत्सव के साथ आती हैं, लेकिन इन पापियों ने उन्हें दीवारों में बंद करके रखा है। अब सपा नेताओं के घरों की दीवारों से भी देवी लक्ष्मी निकलने लगी हैं। सीएम योगी (CM Yogi) ने यहां 116 करोड़ रुपए लागत की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इन पापियों ने तो देवी लक्ष्मी को दीवारों में बंद करके रखा है।
पिछली सरकार की पार्टी के नेताओं के घरों में दीवारों से भी अनगिनत नोटों की गड्डियां निकलने लगी हैं।
'बबुआ' आजकल स्वीडन में बनी बोतल जेब में रखकर एक नई नौटंकी करते हुए दिखाई दे रहे हैं: #UPCM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/2r35xN5nzm
पढ़ें :- मैं नौकरियों, व्यापार, नवाचार और प्रतिस्पर्धा का समर्थक हूं, मैं सिर्फ विरोधी हूं एकाधिकार का : राहुल गांधी
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 27, 2021
योगी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘आज पैसा दीवारों से निकल रहा है, कमरे नोटों से भरे पड़े हैं। उन्होंने कहा कि अब जनता को समझ में आ रहा होगा कि बबुआ नोटबंदी का विरोध क्यों करता था? आज गरीबों के मकान बन रहे हैं। योगी ने कहा कि पहले यह पैसा कहां चला जाता था? यह गरीबों का ही पैसा है, जो सपा, बसपा और कांग्रेस के नेता लूटकर अपने घरों को बनाते थे।’ योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि बबुआ को इससे चिढ़ हो गई है कि UP के नौजवानों को स्मार्टफोन और टैबलेट क्यों मिल रहे हैं? ये स्मार्टफोन गरीब, प्रदेश की बेटियों के हाथ में आए, टैबलेट का लाभ ऑनलाइन शिक्षा के लिए हमारे नौजवान को मिले ये समाजवादी खानदान कैसे बर्दाश्त कर सकता है?
योगी आदित्यनाथ ने कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौत स्थित ठिकानों पर DGGI की रेड में मिले कई सौ करोड़ के कैश, सोने और चांदी को लेकर समाजवादी पार्टी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि देखा आपने समाजवादी पार्टी के बबुआ अपनी जेब में बोतल लेकरके फिर रहे हैं। अब उनको जनता के सामने जब अपना असली चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है तो स्वीडन में बनी बोतल को अपनी जेब में रख करके एक नई नौटंकी करते दिखाई पड़ रहे हैं।
'इत्र वाले' के 'मित्र' बबुआ अपनी जेब में बोतल लेकर चल रहे हैं।#सपा_मतलब_भ्रष्टाचार pic.twitter.com/0HJ7se3c59
पढ़ें :- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान, बोले- देश के प्रत्येक हिंदू को माला व भाला साथ रखना चाहिए,हमें अपनी संस्कृति, परिवार की करना है रक्षा
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) December 27, 2021
योगी ने कहा कि ‘लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस, सपा और बसपा की विकासपरक सोच नहीं थी। कांग्रेस से पूछा कि उसने प्रदेश और देश में साढ़े 5 दशक तक शासन किया फिर प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज क्यों नहीं बन पाया? विकास, सुशासन और राष्ट्रवाद के मुद्दों पर केवल भारतीय जनता पार्टी ही कार्य कर सकती है और भारतीय जनता पार्टी ने यह कार्य करके दिखाया भी है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देख लीजिए, कानपुर और कन्नौज में क्या हो रहा है, गरीबों की कमाई का पैसा दीवारों से निकल रहा है। पहले की सरकारों में गरीबों की कमाई पर माफिया राज करते थे। गरीबों की जमीनों पर जबरन कब्जा किया जाता था। व्यापारियों का शोषण होता था। अब ऐसा नहीं होगा। अंतर आपको दिख रहा होगा। सरकारी जमीनों और गरीबों-दलितों की भूमि को माफिया के कब्जे से मुक्त कराया जा रहा है। भय मुक्त समाज की परिकल्पना साकार की जा रही है, अवैध कमाई की इमारतों पर बुलडोजर चल रहा है।