नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russo-Ukraine War) के दौरान रूस ने यूक्रेन के 4 प्रमुख इलाकों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया था। इसके बाद में इन क्षेत्रों में जनमत संग्रह (Referendum) कराया गया। अब शुक्रवार से ये चारों इलाके आधिकारिक तौर पर रूस का हिस्सा होंगे। इसकी पुष्टि भी क्रेमलिन ने कर दी है।
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के कार्यालय के तरफ जारी से एक बयान में कहा गया है कि शुक्रवार को रूस उसके नियंत्रण वाले यूक्रेन के 4 क्षेत्रों को आधिकारिक तौर पर अपने में सम्मिलित कर लेगा। हाल में इन इलाकों में जनमत संग्रह (Referendum) कराया गया था। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए एक कार्यक्रम आयोजित कर इन इलाकों को रूस का हिस्सा घोषित कर दिया जाएगा।
रूस ने कराया था जनमत संग्रह
यूक्रेन के जिन हिस्सों को रूस में सम्मिलित किया जाना है, उनमें यूक्रेन के लुहांस्क (Luhansk), जापोरिज्जिया (Zaporizhzhya), खेरसन (Kherson) और दोनेत्स्क (Donetsk) शामिल हैं। इन इलाकों में हाल ही में जनमत संग्रह (Referendum) कराया गया जो मंगलवार को पूरा हो गया। खबर के मुताबिक रूसी सैनिकों की मौजूदगी में हुए इस जनमत संग्रह (Referendum) के बाद ही रूस ने यूक्रेन के इन चार क्षेत्रों को अपने में मिलाने का फैसला किया है।
अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए जारी किया सिक्योरिटी अलर्ट
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रूस-यूक्रेन युद्ध (Russo-Ukraine War) को थमता न देख अमेरिका (America) की ओर से अपने नागरिकों के लिए सिक्योरिटी अलर्ट भी जारी किया गया है। अमेरिका (America) ने उनसे तुरंत रूस छोड़ने के लिए कहा है। मास्को स्थित अमेरिकी दूतावास ने बुधवार जारी अलर्ट में कहा है कि जो भी अमेरिकी नागरिक इस वक्त रूस में हैं। वे तत्काल वहां से निकल जाएं और जो भी लोग रूस जाने की योजना बना रहे हैं, वे फिलहाल वहां की यात्रा करने से बचें।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) की अगुवाई में शुरू हुए रूस-यूक्रेन वार को 7 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। रूस की सेना ने यूक्रेन के कुछ इलाकों पर कब्जा कर लिया था, अब इन्हीं क्षेत्रों के रूस में मिलाने की घोषणा कर दी जाएगी। युद्ध को लेकर वैश्विक समुदाय ने रूस की घोर आलोचना की। उस पर कई आर्थिक प्रतिबंध चस्पा किए गए हैं। वहीं उसे अलग-थलग करने की कोशिश भी हुई है। वहीं यूक्रेन की ओर से भी रूस को युद्ध में कड़ी चुनौती मिली है।