नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने रविवार को प्रेस कॉफ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि, देश के सामने मोदी सरकार की अग्निवीर (Agnivir Yojna) की आई सच्चाई सामने है। शहीद अग्निवीर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) जी की रजौरी सेक्टर में 11 अक्टूबर को को ड्यूटी के दौरान मृत्यु हुई। जब उनके पार्थिव शरीर को Mansa के उनके पैतृक गांव कोटली कलां लाया गया, तब केवल एक जवान और 2 हवलदार थे। उन्हें अंतिम विदाई के दौरान कोई सैन्य सम्मान नहीं दिया गया।
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राघव चड्ढा ने कहा कि, केंद्र सरकार से लोग सवाल पूछ रहे हैं-क्यों शहीद अमृतपाल सिंह जी के पार्थिव शरीर को तिरंगा में लपेट कर नहीं लाया गया? क्यों उन्हें सेना के वाहन की जगह Private Ambulance में भेजा गया? क्यों उन्हें शहीद का दर्जा नहीं दिया गया?
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आप सांसद ने कहा कि, लानत है ऐसी केंद्र सरकार पर जो शहीद का सम्मान नहीं करती। दीवाली पर सेना के जवानों के साथ फोटो खिंचवाने से उनका सम्मान नहीं होता। सेना के जवानों का असली सम्मान करना है तो जवान की शहादत के बाद उनकी राजकीय सम्मान के साथ विदाई की जाए। दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा होना चाहिए। Cost Cutting की आड़ में उनकी Pension और मुआवजा नहीं रोका जाना चाहिए।
इसके साथ ही आप सांसद ने मोदी सरकार से पांच सवाल भी पूछे। उन्होंने कहा कि, क्या 19 वर्षीय शहीद अमृतपाल जी को अंतिम विदाई पर उन्हें सैन्य सम्मान ना मिलना सेना का अपमान नहीं? On Duty अग्निवीर की शहादत पर कोई सम्मान नहीं तो क्या गारंटी है कि अग्निवीरों की 4 साल की सर्विस के बाद उन्हें सम्मान मिलेगा? क्या नियमित सैनिकों के जैसे अग्निवीरों की शहादत, शहादत नहीं? क्या दुश्मन की गोली से मृत्यु ही शहादत कहलाई जाएगी? अगर अग्नीवीर योजना इतनी अच्छी है, तो भाजपा के कितने नेताओं के बच्चों ने Form भरा? विपक्ष की सारी चिंताएं सही साबित हुई नजर आ रही हैं।