नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) के बाद आई गिरावट से उबरने में जुटे अदानी समूह के लिए सोमवार को एक और बुरी खबर आ गई। समूह की एक कंपनी का ऑडिट करने वाली ग्लोबल फर्म डेलॉय (Global Firm Deloy) ने अपने काम से इस्तीफा दे दिया तो समूह की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई।
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समूह की ऑडिट करने वाली कंपनी के सिर्फ एक फैसले से अदानी के सभी 10 स्टॉक टूट गए। सोमवार 14 अगस्त को अदानी समूह का ऑडिट करने वाली कंपनी डेलॉय हॉकिन्स एंड सेल्स एलएलपी (Deloitte Haskins & Sells LLP) ने समूह का साथ छोड़ने की घोषणा कर दी और इसके तत्काल बाद स्टॉक एक्सचेंज पर बिकवाली शुरू हो गई।
दरअसल, डेलॉय ने अदानी पोटर्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन कंपनी (Adani Porters and Special Economic Zone Company) के ऑडिट का काम छोड़ने का फैसला किया है। इसके बाद कंपनी के शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई। इसका असर समूह की सभी कंपनियों पर पड़ा और हर स्टॉक में शुरुआती गिरावट दिखी।
बाजार खुलते ही गिर गए स्टॉक
14 अगस्त को सुबह जब शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू हुई तो निवेशकों में इस बात को लेकर गहरी शंका बैठ गई कि आखिर डेलॉय ने कंपनी का ऑडिट क्यों छोड़ दिया। इसके बाद समूह की सभी कंपनियों में बिकवाली शुरू हो गई। अदानी समूह (Adani Porters) की 10 कंपनियां अभी एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर रही हैं और डेलॉय के फैसले का असर उन सभी पर दिखा। सुबह 10.30 बजे कंपनी की सभी 10 कंपनियों में गिरावट दिखने लगी और स्टॉक 2 से 4 फीसदी तक टूट गए। सबसे ज्यादा असर अदानी इंटरप्राइजेज एंड पोर्ट (Adani Enterprises And Port) पर पर दिखा जिसमें निफ्टी पर 4 फीसदी की गिरावट दिखी।
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अदानी समूह के स्वीकार करते ही…
डेलॉय हॉकिन्स एंड सेल्स एलएलपी (Deloy Hawkins & Sells LLP) ने अदानी पोटर्स (Adani Porters) के ऑडिट का काम छोड़ने और कंपनी के ऑडिटर्स के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे समूह के बोर्ड ने स्वीकार कर लिया। इसके तत्काल बाद अदानी के स्टॉक्स प्रेशर में आ गए और सभी कंपनियों में बिकवाली शुरू हो गई। हालांकि, इसके तत्काल बाद MSKA & Associates Chartered Accountants को कंपनी का नया ऑडिटर बना दिया गया।
क्यों पड़ा इतना बड़ा असर
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि डेलॉय के इस फैसले से कंपनी के स्टॉक्स को लेकर निवेशकों के बीच एक संशय पैदा हो गया है। मार्केट एक्सपर्ट जेफरीज का कहना है कि ऑडिटर्स के रेजिग्नेशन की वजह से बाजार में निगेटिव सेंटिमेंट गया है। हालांकि, एक्सपर्ट का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है और जल्द ही शेयरों में फिर तेजी दिखनी शुरू हो जाएगी।
आगे 10 फीसदी चढ़ने का अनुमान
जेफरीज को भले ही अदानी के स्टॉक्स में गिरावट दिख रही, लेकिन अनुमान लगाया है कि जल्द ही अदानी पोटर्स के शेयर दहाई अंकों की तेजी हासिल कर सकते हैं। मुंद्रा के मार्केट में इजाफा हो रहा है और इसका कंपनी के प्रदर्शन पर पॉजिटिव असर भी दिखेगा।
आज हिंडनबर्ग विवाद की जांच का अंतिम दिन
दरअसल, 14 अगस्त को बाजार नियामक सेबी की ओर से हिंडनबर्ग और अदानी विवाद को लेकर दिए गए जांच आदेश का अंतिम दिन था। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इसकी जांच पर सुनवाई 29 अगस्त तक टाली जा सकती है। कुल मिलाकर इस विवाद के समाप्त होने से पहले ही डेलॉय के ऑडिट छोड़ने से कंपनी के स्टॉक्स पर असर तो पड़ा ही है।
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