काबुल: तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर नियंत्रण करते ही यहां नाम बदलने की कवायद शुरू कर दी है। तालिबान ने पहले देश का नाम बदलकर अफगानिस्तान से इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान (Islamic Emirate of Afghanistan) किया गया और अब यहां के बाजारों के भी नाम बदले जा रहे हैं। खबरों के अनुसार, काबुल के बुश बाजार (bush market) का बदल दिया गया है। ये नाम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश (George W Bush) के नाम पर पड़ा था। अब इस बाजार का नाम ‘मुजाहिद्दीन बाजार’ (Mujahideen market) रखा गया है। लोग इसे बुश बाजार कहकर नहीं पुकार सकते।
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तालिबान ने अपने शासन का अहसास कराने के लिए यूनिवर्सिटी का नाम बदला। बुरहानुद्दीन रब्बानी यूनिवर्सिटी (Burhanuddin Rabbani University) का नाम बदलकर काबुल एजुकेशन यूनिवर्सिटी (Kabul Education University) किया गया। पहले तालिबान ने काबुल के हामिज करजई एयरपोर्ट का नाम बदलकर काबुल इंटनेशनल एयरपोर्ट (Kabul International Airport) कर दिया।
बाजार के दुकानदारों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ‘मुजाहिद्दीन बाजार’ नाम का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। खबरों के अनुसार, मुजाहिद्दीन का मतलब तालिबान से है। जब ये बाजार बना, तब अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश थे (Why Bush Bazar is Famous)। यह बाजार अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सैनिकों को सैन्य वर्दी, जूते, गैजेट्स, जंपर्स, प्रोटीन और पेय पदार्थ बेचने के लिए प्रसिद्ध था। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के साथ ही अब दुकानदारों ने दूसरा कमर्शियल सामान बेचना शुरू कर दिया है।