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वरुण गांधी और संजय राउत की मुलाकात के बाद चढ़ा सियासी पारा, कयासों का दौर तेज

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। शिवसेना (Shiv Sena) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत (Rajya Sabha MP Sanjay Raut) ने भाजपा (BJP) से नाराज चल रहे वरुण गांधी (Varun Gandhi) से मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच मंगलवार को मुलाकात हुई, जो करीब तीन घंटे तक चली। रिपोर्ट्स के मुताबिक वरुण गांधी (Varun Gandhi)  को संजय राउत (Sanjay Raut)ने अपने दिल्ली स्थित घर पर डिनर के लिए आमंत्रित किया था। इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई और तीन घंटे तक बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, यह सामने नहीं आया है, लेकिन कयासों का दौर तेज हो गया है। इसकी वजह यह है कि वरुण गांधी (Varun Gandhi) लंबे समय से भाजपा (BJP) से नाराज चल रहे हैं और पार्टी भी उन्हें साइडलाइन करती दिखी है।

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यूपी समेत 5 राज्यों के चुनाव में भी वरुण गांधी (Varun Gandhi) को कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। ऐसे में संजय राउत (Sanjay Raut) से उनकी मुलाकात कई मायने निकाले जा रहे हैं। वरुण गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत ने विपक्षी एकता की बात कही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को खड़ा करने के लिए शरद पवार (Varun Gandhi) को यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। इस बीच शरद पवार (Sharad Pawar) की पार्टी एनसीपी की यूथ विंग नेशनलिस्ट यूथ कांग्रेस ने प्रस्ताव पारित कर उन्हें यूपीए का चेयरमैन (UPA Chairman)  बनाए जाने की मांग की है। एनसीपी यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा (National President of NCP Youth Wing Dheeraj Sharma) ने कहा कि हमने प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें सिफारिश की गई थी कि शरद पवार (Sharad Pawar)  को क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व करना चाहिए और कांग्रेस को उनके लिए जगह छोड़नी चाहिए।

एक तरफ शरद पवार (Sharad Pawar) को यूपीए का चेयरमैन (UPA Chairman) बनाने की मांग और दूसरी तरफ वरुण गांधी (Varun Gandhi) से मुलाकात को लेकर कयास लग रहे हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि 2024 के आम चुनाव के दौरान वरुण गांधी (Varun Gandhi) भाजपा छोड़ सकते हैं। गौरतलब है कि वरुण गांधी लगातार भाजपा लीडरशिप (BJP Leadership) पर हमला करते रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने कई बार ट्वीट कर यूपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। यही नहीं बेरोजगारी के मुद्दे पर भी उन्होंने भाजपा सरकार (BJP Government) को घेरा था। ऐसे में वरुण गांधी (Varun Gandhi)  के भविष्य को लेकर अकसर सवाल उठते रहे हैं।

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