आगरा। यूपी के मेरठ जिले में जन्में केके शर्मा 1980 के दशक में क्रिकेट खेल में यूपी रणजी के तेज गेंदबाजों में शुमार थे। रेलवे में मुख्य टिकट निरीक्षक के पद पर तैनात केके शर्मा यूपी के पूर्व रणजी खिलाड़ी रह चुके हैं। केके शर्मा ने अपने परिश्रम के बल पर बीते 25 वर्षों में आगरा क्रिकेट का नक्शा बदल कर रख दिया है।
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केके शर्मा ने आगरा की क्रिकेट अर्श तक पहुंचाने में जो भूमिका निभाई है वह अतुलनीय
श्री शर्मा ने आगरा की क्रिकेट अर्श तक पहुंचाने में जो भूमिका निभाई है वह अतुलनीय है। यूपी रणजी व भारतीय रेलवे के लिए क्रिकेट खेलने वाले पूर्व तेज गेंदबाज के के शर्मा भले ही मेरठ के रहने वाले हैं, परंतु उनकी कर्मभूमि आगरा बनी। रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) से संन्यास लेने के बाद जब उन्होंने महसूस किया कि आगरा के अंदर क्रिकेट को मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। तो उन्होंने अपने ही बल पर खिलाड़ियों के लिए मूलभूत सुविधाएं जुटाकर अपना अनुभव आगरा के क्रिकेटर्स को देना प्रारंभ किया।
बता दें कि वर्ष 1996 में ही श्री शर्मा को भारतीय रेल की रणजी ट्रॉफी टीम का सहायक कोच नियुक्त किया गया था। परंतु उन्होंने अपना इस्तीफा क्रिकेट कोचिंग नहीं आने के कारण पद से दे दिया था। उसके पश्चात शर्मा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का लेबल ए क्रिकेट कोचिंग कोर्स किया। इसके बाद भारतीय रेल के जूनियर एवं सीनियर चयनकर्ता बने। इस दौरान अपना अनुभव इकट्ठा करके आगरा की क्रिकेट को बढ़ाने के लिए क्रिकेटर्स को बढ़ाने के लिए लगाते रहे।
रोहता गांव के अंदर एक शानदार क्रिकेट स्टेडियम तैयार किया
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अब उसका परिणाम दिखने लगा कि उनकी छोटी सी क्रिकेट एकेडमी से प्रथम श्रेणी क्रिकेटर निकलने लगे और आईपीएल खिलाड़ी तैयार होने लगे। बैजंती देवी कॉलेज के संस्थापक स्वर्गीय विद्या शंकर शर्मा एक बहुत ही उम्दा क्रिकेटर थे। उनके साथ में केके शर्मा ने बिचपुरी में एक शानदार क्रिकेट एकेडमी का और निर्माण किया। केके शर्मा ने महसूस किया कि आगरा के अंदर क्रिकेट मैच खेलने के लिए मैदान नहीं है। तब उन्होंने रोहता गांव के अंदर एक शानदार क्रिकेट स्टेडियम तैयार किया।
आगरा शहर के अंदर लगभग 20 क्रिकेट मैदान बन चुके हैं
इसके बाद संपूर्ण उत्तर भारत से केके शर्मा के पास आने लगे और अपने-अपने प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने लगे। आगरा शहर के अंदर भी क्रिकेट का जबरदस्त माहौल तैयार होने लगा। केके शर्मा के प्रयासों से प्रभावित होकर अन्य बहुत पूर्व क्रिकेटर भी आगे आए और छोटी-छोटी एकेडमी का निर्माण किया जाने लगा। उसका उम्दा फायदा यह हुआ कि आगरा शहर से लगातार राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर्स निकलने लगे। केके शर्मा के प्रयासों से प्रभावित होकर खेल मैदानों की संख्या भी बढ़ने लगी। आज आगरा शहर के अंदर लगभग 20 क्रिकेट मैदान बन चुके हैं।
दीपक चाहर, राहुल चाहर ,दीप्ति शर्मा ,पूनम यादव अंतरराष्ट्रीय पर देश का प्रतिनिधित्व कर आगरा शहर का नाम कर रहे हैं रोशन
यहां से 4 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी दीपक चाहर, राहुल चाहर ,दीप्ति शर्मा ,पूनम यादव देश का प्रतिनिधित्व कर आगरा शहर का नाम गौरव कर रहे हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट खिलाड़ियों की लाइन लगी हुई है। चाहे वह पुरुष खिलाड़ी हो या महिला खिलाड़ी हो। आज भी केके शर्मा के अपने छोटे से घर के प्रांगण में पंजाब दिल्ली राजस्थान बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश सभी जगह से क्रिकेट खिलाड़ी आते हैं। उनके अनुभव का लाभ उठाकर अपना और अपने प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
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आज लगभग 25 क्रिकेट एकेडमी वाला आगरा अपनी एक अलग बना चुका है पहचान
केके शर्मा गर्व से बताते हैं कि उनके शहर में शानदार प्रशिक्षक है। उनका त्याग देखते ही बनता है। चाहे पूर्व क्रिकेटर सर्वेश भटनागर हो या दीपक चाहर और राहुल चाहर जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाले लोकेंद्र चाहर हो। यूपी टीम की कोच हेमलता काला ,पूनम यादव जैसी क्रिकेटर देने वाले मनोज कुशवाहा हो या दीप्ति शर्मा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने वाले हों। कोच सुमित शर्मा हो या ध्रुव ज्यूरल , परमिंदर यादव, प्रवेश भारद्वाज , फिरोज खान , विपिन अवस्थी, संतोष शर्मा, अर्पित गौतम, अनीश राजपूत, वकार , राम राजपूत हो। आज सभी मिलकर आगरा की क्रिकेट एवं क्रिकेटर्स को बढ़ाने में लगे हुए हैं। आज लगभग 25 क्रिकेट एकेडमी वाला आगरा अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। उसके पीछे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के टैलेंट रिसोर्सेस डेवलपमेंट ऑफिसर व मैच रेफरी, लेवल बी क्रिकेट कोच के के शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान है।