आगरा। आगरा जिला प्रशासन में मरीजों के साथ मॉकड्रिल के मामले में बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। मॉकड्रिल करने वाले पारस हॉस्पिटल को सील किया जाएगा । प्रशासन यहां भर्ती मरीजों को शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है। अस्पताल के संचालक पर महामारी एक्ट के तहक केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव गृह ने पारस अस्पताल के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
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पारस हॉस्पिटल के एक वायरल वीडियो में ऑक्सीजन संकट में मॉक ड्रिल से पांच मिनट में 22 मरीजों की छंटनी की बात सामने आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। वीडियो को लेकर कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेसियों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने के साथ ही थाने में तहरीर भी दी गई है।
डीएम प्रभु नारायण सिंह के अनुसार वीडियो 28 अप्रैल का है। इसकी जांच की गई। 25 से 28 तक हुई ऑक्सीजन सप्लाई का रिकार्ड खंगाला गया है। उसके अनुसार ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं थी। वहीं, 22 मरीजों की मौत की बात निराधार है। यहां उस समय केवल चार लोगों की जान गई है। कोई मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है।
डीएम ने कहा कि वीडियो में कही गई बातें गलत हैं। इसी के कारण इनके खिलाफ महामारी अधिनियम में मुकदमा किया जा रहा है। अस्पताल को सील किया जा रहा है। यहां 55 मरीज हैं। मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। कुछ मरीज आईसीयू में है। इनको शिफ्ट करने के लिए सीएमओ अलग से देखेंगे। अभी जांच पूरी नहीं हुई है। एक-एक बिंदू की जांच हो रही है। दो कमेटियां बनी हुई हैं। उनकी जांच के बाद आगे की भी कार्रवाई होगी।