बागपत। भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM chief Asaduddin Owaisi) ने बहाने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के चचाजान असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi)अभी तक कोई केस नहीं दर्ज हुआ है। बागपत में उन्होंने कहा कि यूपी में अब भाजपा के चचाजान ओवैसी आ गए हैं अब उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। क्योंकि वह धर्म के नाम पर बांटने का प्रयास करेंगे, जो भाजपा (BJP) चाहती है, लेकिन किसान भी मांगों को पूरा नहीं करने पर भाजपा (BJP) को सत्ता से बाहर करने का फैसला ले चुके हैं।
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मुजफ्फरनगर में 26 सितंबर को रही महापंचायत है सरकारी: राकेश टिकैत
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि मुजफ्फरनगर महापंचायत 26 सितंबर को सरकार करा रही है। जिसमें सरकारी रोडवेज बसों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को किसानों की महापंचायत हुई थी। 26 सितंबर को सरकारी महापंचायत (Government Mahapanchayat) होगी। इस महापंचायत (Mahapanchayatमें केवल सरकारी लोग ही पहुंचेंगे।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि एमएसपी के नाम पर बड़ा घोटाला किया जा रहा है। रामपुर में 11000 फर्जी किसान बनाकर खरीद की गई। 27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान को लेकर कहा कि आंदोलन को पूरी तरह सफल बनाया जाएगा। लोगों से भी अपील की जाएगी कि वह आंदोलन को सफल बनाए।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किसानों की आय दोगुनी (Farmers Income Doubled) करने का दावा किया है। इस तरह सरकार से गन्ने की कीमत 650, धान की 3700 रुपये प्रति क्विंटल व गेहूं की 4100 रुपये प्रति क्विंटल की उम्मीद करते हैं।
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सरकार ने बातचीत शुरू नहीं की तो दिल्ली के दरवाजे तोड़ देंगे किसान
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल सिंह (Meghalaya Governor Satya Pal Singh) के गांव हिसावदा में राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को दिल्ली की सीमा पर बैठे हुए 10 महीने हो गए है। लेकिन सरकार ने दिल्ली के दरवाजे बंद कर दिए है और बातचीत नहीं कर रही है। राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने बातचीत के लिए दिल्ली के दरवाजे नहीं खोले तो किसान उन दरवाजों को तोडऩा भी जानता है।
उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में किसान हितों की बात करने वाले को समर्थन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया गया तो बिजली के रेट भी यूपी में सबसे ज्यादा है। किसानों के गन्ना बकाया अभी तक नही दिया।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि कृषि कानून रद्द करने के बाद ही आंदोलन खत्म होगा। तभी किसान अपने घर जाएगा। वहां रालोद नेता अहमद हमीद, आप नेता सोमेंद्र ढ़ाका, रालोद जिलाध्यक्ष जगपाल तेवतिया ने संबोधित किया। इस दौरान पंडित किशन शर्मा, गौरव मलिक आदि मौजूद रहे।