लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इत्र कारोबारी को लेकर चल रही राजनीति को लेकर भाजपा पर पलटवार किया है। अखिलेश ने कहा कि जिस इत्र कारोबारी के घर से करोड़ों रुपये मिले हैं, उसका सपा से कोई संबंध नहीं है। वह भाजपा नेताओं से जुड़ा हुआ है।
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अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज का इतिहास ही इत्र से जुड़ा हुआ है। जिस सरकार ने कन्नौज में कोई कारखाना और उद्योग न लगाया हो। उसे इत्र और इससे जुड़े हुए लोगों को बदनाम नहीं करना चाहिए। जिस कारोबारी के पास से इतनी बड़ी रकम निकली है वह भाजपा और उससे जुड़े नेताओं से जुड़ा हुआ था। जिस समय भी इसका खुलासा होगा, उसमें भाजपा नेताओं का नाम दिखेगा।
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने नोटबंदी के बाद आपने कहा कि इससे भ्रष्टाचार नहीं होगा। कालाधन नहीं आएगा। तो अब जीएसटी चोरी कर इतने बड़े पैमाने पर कैसे कोई कैसे पैसा इकट्ठा कर सकता है? कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के छापेमारी के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि देखिए सरकार से क्या गलती हुई है? गलत जगह छापा मार दिया है। बीजेपी ने अपने ही कारोबारी पर छापा मार दिया है। उसकी जानकारी निकलवाइए अगर एक-एक भाजपा नेता का नाम निकले तो बताइएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि इनकम टैक्स और जीएसटी डिपार्टमेंट को पुष्पराज जैन के यहां छापा मारना चाहते थे, जो कि इत्र कारोबारी हैं, लेकिन दोनों के नाम में जैन होने के चलते पीयूष जैन के यहां छापा मार दिया। उन्होंने कहा कि लगता है डिजिटल इंडिया की गलती हो गई। पुष्पराज जैन की जगह पीयूष जैन आ गए।
पीयूष जैन के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि पुष्पराज जैन ने जो इत्र बनाया था, लेकिन पत्रकार साथियों के माध्यम से प्रचार किया गया कि वो समाजवादी पार्टी का आदमी है। दोपहर आते-आते पत्रकारों को भी पता चल गया कि समाजवादियों से इसका कोई लेना-देना नहीं है। तो वो भी पलट गए। सुबह तो यही हेडलाइन यही चल रही थी कि समाजवादी पार्टी का इत्र कारोबारी। लेकिन मुझे खुशी है कि दोपहर आते-आते पत्रकार साथी भी समझ गए कि सपा का इससे लेना-देना नहीं है।